00 कलेक्टर एस एन राठौर के नेतृत्व में जिले में गोधन न्याय योजना का सफल संचालन,
00 योजना से जिले के किसान हो रहे लाभान्वित

कोरिया / कलेक्टर एसएन राठौर के मार्गदर्शन में जिले में गोधन न्याय योजना का बेहतर संचालन किया जा रहा है। जिसका प्रमाण है कि कोरिया जिला गोबर खरीदी एवं भुगतान में प्रदेश के टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है एवं सरगुजा संभाग में प्रथम स्थान पर है।

छत्तीसगढ़ के टॉप 5 में शामिल जिले हैं राजनांदगांव, रायगढ़, रायपुर, धमतरी एवं कोरिया। गोधन न्याय योजना के तहत चौथी किश्त में जिले में 4021 गोबर विक्रताओं से 21606.40 क्विंटल गोबर खरीदी की गई है जिसके एवज में 43 लाख 21 हजार 280 रुपये की राशि विक्रताओं के बैंक खाते में भुगतान की गई है।

कलेक्टर श्री राठौर ने इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सीईओ जिला पंचायत एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी है एवं इसी तरह काम करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना के संचालन हेतु राज्य शासन द्वारा एप तैयार की गई है। जिसके माध्यम से गोबर विक्रेताओं का पंजीयन तथा गोबर खरीदी एवं भुगतान का कार्य ऑनलाइन तरीके से किया जा रहा हैं। कलेक्टर श्री राठौर ने कहा कि एप संचालन की पूर्ण प्रक्रिया को सीखना और साथ ही साथ निर्धारित समय सीमा में संचालन करना एक चुनौती थी जिसे इस कार्य मे संलग्न सभी लोगों ने मेहनत से पूरा किया। सभी बधाई के पात्र हैं।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका प्रजापति ने बताया कि कलेक्टर श्री राठौर के मार्गदर्शन एवं इस कार्य में संलग्न सभी अधिकारियों, सचिवों तथा कर्मचारियों की अथक मेहनत से ही यह संभव हुआ है। उन्होंने बताया कि 25 सितम्बर को गोधन न्याय योजना के तहत चौथी किश्त का भुगतान किया गया है। 1 सितम्बर से 15 सितम्बर तक जिले में 4021 गोबर विक्रताओं से 21606.40 क्विंटल गोबर खरीदी की गई और 43 लाख 21 हजार 280 रुपये की राशि विक्रताओं के बैंक खाते में भुगतान की गई है।


योजना से जिले के किसान हो रहे लाभान्वित
शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी के तहत गौठानों की गतिविधियों में विस्तार करते हुए गौठानों में गाय एवं भैंस पशुपालकों एवं गोबर विक्रेताओं से गोबर खरीदा जा रहा है, जिसके एवज में मिलने वाली राशि लोगों के लिए आर्थिक लाभ और इच्छाओं को पूरा करने का जरिया बनी है।

जिले के खड़गवां जनपद पंचायत के गांव सकरिया के रहने वाले जयंत राम ने योजना का लाभ लेते हुए नई भैंस खरीद ली तो वहीं इसी जनपद पंचायत के गांव पेंड्री के किसान सुखराज ने दो बकरियां खरीद ली। इसी तरह सोनहत के जीवन लाल के लिए भी गोधन न्याय योजना आय का अतिरिक्त साधन बनी है। इस योजना से निश्चित ही गांव, गरीब एवं किसानों को आर्थिक उन्नति का लाभ मिल रहा है। यहीं नहीं गोधन न्याय योजना में क्रय किये गये गोबर से स्व-सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा हैं, जो ऑर्गेनिक खेती के लिए उत्तम है।