नई दिल्ली / रसगुल्ले पर अपने हक को लेकर पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार के बीच पिछले कई वर्षों से चल रहे विवाद का अब समाधान हो गया है।
पश्चिम बंगाल की प्रसिद्ध रसगुल्ला मिठाई को भारतीय पेटेंट कार्यालय से विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र के उत्पाद का प्रमाण पत्र मिला है। ओडिशा अपने रसगुल्ले के लिए विशिष्ट भौगोलिक प्रमाण-पत्र का दावा कर रहा था। भौगोलिक संकेतक एक चिन्ह है जिसे वैसे उत्पाद को दिया जाता है जो स्थान विशेष से ताल्लुक रखता है और जिसकी की वजह से उसकी विशेष पहचान होती है। टैग मिलने से पश्चिम बंगाल के रसगुल्ला बनाने वालों को काफी फायदा होने की उम्मीद है।