जगदलपुर से सुधीर जैन / आसन्न विधानसभा चुनाव में तोडफ़ोड़, हिंसा व आतंकी कारगुजारियां सरअंजाम देने बस्तर में आंध्र व महाराष्ट्र से लड़ाकू एवं खूंखार किस्म के आधुनिक छापामार युद्ध कला में दक्ष नक्सलियों की आमदरफ्त हो चुकी है, जो नए सिरे से जाल बिछाकर गड़बडिय़ां फैलाने की फिराक में हैं। अंदेशा है कि अपनी मौजूदगी का एहसास कराने चुनाव पूर्व नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर यह रहस्योद्घाटन करते हुए बताया कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था के घोर विरोधी नक्सलियों की बड़ी संख्या में घुसपैठ को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और तमाम ताजा हालातों से राज्य शासन को बाखबर करते हुए, नक्सलियों से प्रभावी तथा कारगर ढंग से निपटने भारी तादाद में पुलिस व सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है।
अधिकारी ने बताया कि, नक्सलियों ने बड़ी मात्रा में हथियार तथा विस्फोटक सामग्रियां इक_ा कर ली हैं। नक्सलियों ने इस दफा घिसे-पिटे हथियार की जगह इंसास रायफलें, हल्की मशीन गनें, मोर्टार, राकेट लांचर, क्लेमोर माइंस जैसे अत्याधुनिक प्रणालियों के इलेक्ट्रानिक उपकरणों का जखीरा एकत्र कर रखा है, जिसे वे चुनाव के दौरान इस्तेमाल करने का मंसूबा बना चुके हैं। नक्सली इलाकों में पुलिस व मतदान दलों के प्रवेश को रोकने के लिए, हजारों की तादाद में विभिन्न मार्गों पर बारूदी सुरंगे और प्रेशर बम बिछाये जाने की सूचना है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक लड़ाकू, खूंखार एवं हथियार चलाने की कला में माहिर किस्म के सदस्यों को आतंकी गतिविधियां तेज करने की कमान सौंपी गई है। घुस पैठिए नक्सलियों द्वारा उनके साम्राज्य वाले इलाकों की पहाडिय़ों व घने जंगलों में गुप्त रूप से स्थानीय नक्सलियों को अत्याधुनिक युद्ध कलाओं का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
इधर नक्सली बस्तर के विभिन्न जिलों में प्रत्येक वारदातों के बाद घटनास्थल पर छोड़े परचों में चुनाव बहिष्कार का ऐलान करते आ रहे हैं। नक्सली फरमान के मद्देनजर बस्तर के लगभग 300 मतदान केन्द्रों का स्थान परिवर्तन किया गया है।