दिल्ली / भारत और बांग्लादेश के संबधों के लिहाज से गुरुवार का दिन बेहद ख़ास रहा। दोनों देशों के बीच बंधन एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हुई। पीएम मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने इसकी शुरुआत की। भारत का न सिर्फ बांग्लादेश बल्कि अपने अन्य पड़ोसी देशों के साथ बेहतर संपर्क स्थापित करने की दिशा में इस कदम को बेहद महत्पूर्ण माना जा रहा है।
दो देशों के बीच चलने वाली बंधन एक्सप्रेस को गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिेए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ढाका से और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में मौजूद रहीं। दोनों देशों के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिए प्रयासों को प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार दोहराया और कहा कि इससे दोनों देशों का विकास होगा।
यह ट्रेन कोलकाता से बांग्लादेश के खुलना के बीच 177 किमी. की दूरी तय करेगी। इस दूरी को तय करने में बंधन एक्सप्रेस को कुल साढ़े चार घंटे लगेंगे। ये ट्रेन पेट्रोपोल बेनपॉल के रास्ते खुलना पहुंचेगी। फिलहाल बंधन एक्सप्रेस का परिचालन अभी सप्ताह में एक दिन सिर्फ गुरुवार को ही होगा।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच मैत्री ट्रेन का परिचालन पहले से ही हो रहा है और अब बंधन के ज़रिए दोनों मुल्कों के बीच आवाजाही में और भी आसानी होगी। दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने इस मौक़े पर दो रेलवे ब्रिज़ों का भी शुभारंभ किया। ये ब्रिज़ बांग्लादेश में भैरवी नदी पर और दूसरा ब्रिज तितास नदी पर बना है।
इस मौक़े पर कोलकाता स्टेशन पर अंतराष्ट्रीय पैंसेंजर यानि आव्रजन क्लीयरेंस टर्मिनस का भी उद्घाटन हुआ। इस सिंगल क्लीयरेंस टर्मिनल की बदौलत ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों को सुविधा होगी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दोनों देशों के बीच रेल नेटवर्क बढ़ाने पर ज़ोर दिया।
बंधन एक्सप्रेस के परिचालन को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो पड़ोसी मुल्कों के बीच एक ऐतिहासिक शुरुआत करार दिया।
भारत और बांग्लादेश के बीच संपर्क सुविधाओं का तेज़ी से बढ़ाना दोनों के दोशों के बीच मज़बूत होते आपसी संबंधों का ही नतीजा है।