कोरिया / छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक ऐसा भी गांव है, जहाँ होली होली के दिन नही मनाया जाता। हम जिस गाँव की बात कर रहे है इस गांव में रंगों के इस त्यौहार होली को तिथि के 5 दिन पूर्व मनाया गया। है ना अजीब बात लेकिन ये सच है।
आपको बता दे कि होली पूरे देश मे 10 मार्च को खेली जाएगी लेकिन हम बात कर रहे है कोरिया जिले के अमरपुर ग्राम पंचायत की, जहाँ होली आज खेली गई है। बरसो से इस गांव में होली होली के दिन ना खेल कर पांच दिन पहले खेलने का रिवाज है।
ग्रामीणों का कहना हैं कि उनके पूर्वज दादा परदादा ने कहा था कि एक समय इस गांव में अनहोनी होने लगी थी। मवेशियो के साथ इंसान की भी अचानक मरने का सिलसिला शुरू हो गया था और गांव में हमेशा दुख का माहौल बना रहता था। जिससे यहाँ के ग्रामीण लगातार परेशान रहा करते थे। गांव वालों को लगा कि गांव में कोई बीमारी आ गई, जिस कारण मवेशियो मर रहे है, फिर कोई एक बैगा इस गांव में पहुचा और इस गांव के चारो ओर घूम कर इस गांव के ग्रामीणों को बताया गया कि आप सब गांव वालों हर त्योहार को पांच दिन पहले मनना शुरू करो जिसके बाद ये मौत का सिलसिला रुक जायगा और खुशहाली गांव में वापस आ जायेगी। जिसके बाद बैगा के बात को मानकर हर त्योहार को पांच दिन पहले मनाने लगे हैं। उसी में एक त्योहार होली भी है जिसे गांव वालों ने पांच दिन पहले आज होली खेली और बीते रात होलिका दहन मनाया।
आपको बता दे कि ये सिलसिला बरसो से चली आ रही है और गांव वालों को आज भी इस बात का डर है कि अगर पांच दिन पहले हर त्योहार को ना मानकर त्योहार के दिन ही मानते है तो कही फिर से गांव में अनहोनी होना शुरू ना हो जाये।
खैर इसे आस्था कहें या अंधविश्वास पर ग्रामीण आज के तारीख में रंगों के इस त्यौहार होली को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मना रहे है। बच्चें, बड़े बूढ़े और गाँव की महिलाएं सभी होली के रंगों में सराबोर है, खुश है।