चिरमिरी / शिक्षा हमें यह सिखाती है कि बच्चे का समग्र विकास किस प्रकार से हो और जब इस शिक्षा के साथ योग शब्द जुड़ जाता है तो इससे सुखद बात और क्या हो सकती है। यदि समय रहते युवाओं को योग,संयम,सदाचार व अन्य चरित्र निर्माण की शिक्षाएं नही दी जाती है तो उनमें रोगों व विकारों के उत्पन्न होने की प्रबल संभावना हो जाती है जिससे आने वाली पीढियां खराब हो जाएंगी और हमें कभी माफ नही करेंगी। भोग की विरासत से योग की विरासत ज्यादा महत्वपूर्ण है।
उक्त बातें पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी योग शिक्षक संजय गिरि नें राष्ट्रीय सेवा योजना के एक विशेष शिविर के दौरान “योग और उसके महत्व” विषय पर बौद्धिक परिचर्चा के दौरान खड़गवां ब्लॉक के ग्राम पंचायत तामडाड़ के स्कूल परिसर में शुक्रवार को कही।
योग शिक्षक श्री गिरि ने विद्यार्थियों शिक्षकों व अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे युवा ऐसे मोड़ पर खड़े है जहाँ एक ओर विकसित देशों की भोगवादी शिक्षा व्यवस्था है जहाँ स्कूलों में हिंसा जोरों पर है तो दूसरी ओर हमारे ऋषि- मुनियों की भारतीय योगवादी शिक्षा व्यवस्था है जहां “वसुदैव कुटुम्बकम” के वैश्विक भाईचारे की भावना है। आज समूचे देश, समाज व विश्व में ” जीवन मूल्यों में ह्रास” की सबसे गंभीर समस्या है। जीवन- मूल्यों के ह्रास के इस वातावरण में युवाओं को नशा, हिंसा व वासना से बचाकर उनको स्वस्थ, संवेदनशील, कर्तव्यपरायण एवम संस्कारवान बनाने में योग उपयोगी सिद्ध होगा। अब ये हम पर निर्भर है कि हम अपने बच्चों को किस ओर ले जाना चाहते है।
श्री गिरि नें एनएसएस के इस मंच के माध्यम से जनप्रतिनिधियों अधिकारियों व प्रशासन से स्कूलों में योग की अनिवार्यता की अपील करते हुए बताया कि संयम, सदाचार, अहिंसा, सत्य के प्रति दृढ़ता व बड़ों के प्रति सम्मान के भाव, संस्कार आदि बच्चों को बचपन से ही दिए जाएं तो वे जीवन में कभी भी भ्रमित नही हो सकते। योग शिक्षक श्री गिरि नें सभी विद्यार्थियों से आगामी परीक्षाओं में तनाव से बचने की सलाह देते हुए उन्हें अनुलोम- विलोम व भ्रामरी प्राणायाम के साथ ॐ के लंबे- गहरे उच्चारण एवम ध्यान करने की सलाह दी व अभ्यास भी कराए।
कार्यक्रम के अध्यक्ष व शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बचरा ( पोड़ी ) के प्राचार्य दिनेश उपाध्याय ने योग शिक्षक संजय गिरि की योग के क्षेत्र में सेवा के लिए सम्मानित करते हुए कहा कि श्री गिरि नें योग के क्षेत्र में अपनी लगन, कठोर मेहनत, सेवाभाव व समर्पण के बल पर काफी बड़े स्तर तक लगातार सेवाएं देते हुए क्षेत्र व बाहर अच्छी लोकप्रियता बनाई है। ये और आगे बढ़ें हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते है।
इस अवसर पर खड़गवां विकासखंड के सहायक विकासखंड शिक्षाधिकारी जितेन्द्र गुप्ता, एकलव्य हायर सेकेंडरी स्कूल पोडीडीह के उप-प्राचार्य शैलेन्द्र मिश्रा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बचरा( पोड़ी) के प्राचार्य दिनेश उपाध्याय, संकुल प्रभारी तामडाड़ कपूर सिंह, व्याख्याता सुनील दास, शिविर प्रभारी आनंद प्रकाश, सह शिविर प्रभारी विद्यासागर, बचरा(पोड़ी) एनएसएस के छात्र, तामडाड़ के हायर सेकेण्डरी, मिडिल व प्राइमरी स्कूल की छात्र- छात्राएं व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।