कोरिया / कोरिया वन मण्डल बैकुंठपुर में इन वनोपज संग्रहण केंद्र के लिए बने शेड कार्य भ्रष्टाचार की भेंट गया। पांच लाख की लागत से निर्मित शेड को देखने से ही ऐसा प्रतीत होता है कि इसमें किस कदर भ्रष्टाचार किया गया है।
मनरेगा के अंतर्गत वर्ष 19-20 में बनाये गए शेड का उपयोग आज तक नही हो पाया है,घटिया निर्माण कार्य की वजह से बिना उपयोग ही कई शेड अभी से ही जर्जर होने लगे है।खड़गवां विकासखंड के बंजारीडाँड़ बाजार में बने शेड की हालत तो और भी दयनीय है पांच लाख खर्च करने के बावजूद कार्य मे कोई मजबूती नही है। खड़गवां में निर्मित शेड को बाजार में बनाने के बजाय परिक्षेत्र परिषर में ही बना दिया गया है जिसका उपयोग आजकल मोटर स्टैंड के रुप में हो रहा है।
गौरतलब है कि स्थानीय बाजारों में महुआ फूल,डोरी,सालबीज,धवईफूल,लाख इमली, बेलगुदा,हर्रा बहेड़ा चरौटाबीज,चार गुठली इत्याति की खरीदी लघु वनोपज समिति के माध्यम से किया जाता है। विकासखंडों के प्रमुख हाट बाजारों में इसकी ख़रीदी व्यवस्थित व सुरक्षित ढंग से हो सके इसके लिए कोरिया वनमंडल बैकुंठपुर द्वारा मनरेगा योजना से पांच पांच लाख की लागत राशि से मुख्य बाजारों में शेड का निर्माण कराया गया है।
सूत्र बताते है कि शेड निर्माण किसी अघोषित ठेकेदार द्वारा कराया गया है,पांच लाख के शेड निर्माण में 60 हजार मजदूरी भुगतान के अलावा निहायत घटिया कार्य कर के बाकी राशि सामग्री के नाम पर बिल लगा डकार लिया गया है।