पटना / श्रम खेल एवं युवा जन कल्याण मंत्री भइयालाल राजवाड़े ने शिकायतकर्ताओं व नायब तहसीलदार पटना को तलब किया। इस दौरान जमीन विवादों में दलालों के माध्यम से अपने निवास में संबंधित लोगों को बुलाकर राशि उगाही करने का मामला प्रकाश में आया। सारी शिकायत सही पाए जाने पर मंत्री ने नायब तहसीलदार को कड़ी फटकार लगाई।
पटना उपतहसील के नायब तहसीलदार अनुज पटेल के खिलाफ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, श्रममंत्री, कलेक्टर को लिखित शिकायत की थी। शिकायत पर श्रममंत्री राजवाड़े ने पुरूषोत्तम साहू, उमेश पंडो, नान बाई, उमा अग्रवाल, जयकुमार, देवमुनिया, कमलेश सोनवानी, इम्तियाज सहित दर्जनभर से अधिक शिकायतकर्ताओं को नायाब तहसीलदार के सामने रू-ब-रू कराया। इस दौरान नायब तहसीलदार को अपना पक्ष रखा व नायब के पक्ष में आए वकीलों की भी दलील सुनी गई। वहीं शिकायतकर्ताओं ने अपनी बात श्रममंत्री के समक्ष रखा। जिसमें पीडि़तों ने नायब तहसीलदार द्वारा अनाधिकृत कर्मचारियों की मिलीभगत से राशि की उगाही करने की बात कही। इसके अलावा कई मामलों मे नायब तहसीलदार की संलिप्तता की बात कही गई । इस पर मंत्री राजवाड़े ने नायब तहसीलदार को कड़ी फटकार लगाई और निलंबन कर जांच कमेटी बिठाने की बात कही गई। मंत्री ने शिकायतकर्ताओं सहित पीडि़ता को न्याय का भरोसा दिलाया है।
शिकायतकर्ताओं ने सुनाई पीड़ा –
शिकायतकर्ता पुरूषोत्त्म साहू सहित कटकोना के सिराजुद्दीन ने बताया कि मामले में हाईकोर्ट के फैसले को दरकिनार कर पीडि़तों के विपक्ष मे फैसला सुनाया गया। इसके साथ कमलेश सोनवानी के निवास को तोडऩे 6 हजार की राशि मांगने पंडो आदिवासी निर्धन परिवार के उमेश पंडो से धारा 151 के मुचलके पर 5 हजार की मांग करने व मामला विचाराधीन होते हुए मामले को खत्म होने पर पुन: 5 हजार की मांग, कटोरा की नान बाई से भूमि संबधी मामले में 4 हजार लेने, पक्ष में फैसला देवमुनिया से 10 हजार की मांग नहीं मिलने पर स्वामित्व भूमि को अन्य के नाम कर देने, इम्तियाज से 50 हजार की मांग 15 हजार लेने सहित अनेकों मामले की शिकायत की गई।
भईयालाल राजवाड़े, श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री –
नायब तहसीलदार की कई शिकायतें प्राप्त हुई थी। नायब तहसीलदार को शिकायतकर्ताओं से रूबरू कराया गया है। इसमें प्राप्त समस्त शिकायतों पर नायब तहसीलदार दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई हेतु अधिकारियं को निर्देशित किया जाएगा।