कोरिया / विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा या फिर स्थानीय चुनाव इनके लिए जब भी आदर्श अचार संहिता लागू होती है तो इसका सीधा प्रभाव शासकीय अधिकारी कर्मचारियों पर पड़ता है, उन्हे पूरी तरह से सावधानी बरतनी होती है और इसका उल्लघंन करने पर कड़ी कार्यवाही किये जाने का प्रावधान है।
लेकिन जिले में शिक्षा विभाग में पदस्थ एक ऐसे गुरूजी हैं जिन्हे नियम कायदों की एकदम परवाह नही है वे डंके की चोट पर पूरी तरह से चुनावी रंग में रंगकर इन दिनों कांग्रेस के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। गुरूजी कोरबा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना महंत के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं यहीं नही गुरूजी को कांग्रेस सरकार का इतना वरदान है कि वे सोशल मीडिया में भी कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं तो वहीं उनके द्वारा हॉट बाजारों में जाकर आमसभा भी किया जा रहा है और बकायदे इसका लाईव वीडियो फेसबुक में शेयर किया जा रहा है।
सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि जिले के खंडगंवा विकासखंड अंर्तगत बचरापोड़़ी निवासी राहुल जायसवाल हाईस्कूल छुरी में शिक्षक पंचायत के पद पर पदस्थ हैं, उनके बारे में स्थानीय जनों ने बताया कि वे कभी कभार ही स्कूल जाते हैं और जाते भी हैं तो केवल हस्ताक्षर करने के बाद वापिस आ जाते हें और फिर दिन भर पार्टी के कामकाज में लगे रहते हैं। गुरूजी के स्कूल में अध्यापन कार्य न किये जाने से पढाई भी प्रभावित होती है लेकिन चुकि गुरूजी कांग्रेस से जुड़़े हैं और प्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार भी आ गई है इसलिए अब गुरूजी खुले तौर पर राजनीति में सक्रिय हो गये हैं और इन दिनों लोकसभा चुनाव में व्यस्त है।
बताया जाता है कि शिक्षक पंचायत राहुल जायसवाल बचरापोड़ी क्षेत्र में कांग्रेस का पूरा काम देखते हैं लोकसभा चुनाव में भी उन्हे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है उनके द्वारा अभी शैक्षणिक सत्र के बीच ही कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना महंत के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है। बचरापोड़ी क्षेत्र के विभिन्न पंचायतो में वे इन दिनों दौरा कर मतदाताओ से खुलेआम कांग्रेस के पक्ष में काम करने का आह्वान कर रहे हैं। नेताओं के आगमन के वक्त भी वे साथ रहते हैं पिछले दिनों खड़गंवा विकासखंड के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के द्वारा ली गई चुनावी सभा में भी शिक्षक पंचायत राहुल जायसवाल ने बढ-चढ कर हिस्सा लिया। उनकी सक्रियता इतनी है कि वे बकायदा अपने फेसबुक पोस्ट में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ पोस्ट कर रहे हैं।
यहीं नही उनकी दबंगई या सत्ता का नशा कह लें कि मंगलवार को ग्राम टेडमा में आयोजित साप्ताहिक बाजार में उन्होने कांग्रेस के पक्ष में सभा भी ली और इसका वीडियो बकायदे अपने फेसबुक पर पोस्ट भी किया गया है। बताया जाता है शिक्षक पंचायत राहुल जायसवाल प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आते ही पूरा होश खो बैठे हैं इसका ही परिणाम है कि पिछले दिनों बचरापोड़ी क्षेत्र में एक धार्मिक स्थल में पूर्व श्रम मंत्री के वाहन को किनारे कराने के नाम पर उनके सुरक्षा कर्मियो से भी उन्होने जमकर बहस किया।
प्रशासन की नही पड़ी नजर या मौन स्वीकृति –
शिक्षक पंचायत राहुल जायसवाल द्वारा जिस प्रकार से डंके की चोट पर कांग्रेस के पक्ष में आमसभा व प्रचार प्रसार में हिस्सा लिया जा रहा है वह समझ से परे है। एक शासकीय कर्मचारी को वैसे भी राजनैतिक गतिविधियों से दूर रहना चाहिए लेकिन उनके द्वारा आदर्श अचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद जिस प्रकार से कांग्रेस के पक्ष में काम किया जा रहा है उससे यह लगता है या तो गुरूजी पर प्रशासन की नजर नही पड़ी या फिर प्रदेश मे कांगेस की सरकार है और गुरूजी कांग्रेस का काम कर रहे हैं इस वजह से प्रशासन भी गुरूजी पर कार्यवाही करने से बच रहा है। वहीं इस मामले पर भाजपा नेताओं का कहना है कि पूरे जिले में प्रशासन की भूमिका संदेह से परे है कई शासकीय अधिकारी कर्मचारी सत्ता के दबाव में काम करने को मजबुर है। एक गुरूजी द्वारा जिस प्रकार से कांग्रेंस के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है और सब जानते हुए भी प्रशासन कोई कार्यवाही नही कर रही है इसमें प्रशासन की मिलीभगत स्पष्ट दिखलाई दे रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रशासन द्वारा साप्ताहिक बजारो में आयोजित आमसभाओं की वीडियोग्राफी भी कराई जाती है शिक्षक पंचायत राहुल जायसवाल द्वारा ग्राम टेडमा में आयोजित आमसभा में हिस्सा भी लिया गया उन्हाने भाषण दिया और अपने फेसबुक पर लाईव शेयर भी किया लेकिन प्रशासन ने यह सब देखने के बाद भी कोई कायवाही नही की। भाजपा नेताओं ने कहा है कि शीघ्र ही प्रशासन की शिकायत चुनाव आयोग से की जायेगी। प्रशासन की मौन सहमति से ही एक शिक्षक द्वारा ऐसा कृत्य किया जा रहा है। जिससे जिले में निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद करना बेमानी है।