शास्त्रों में शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना बड़ा महत्व है। वैवाहिक बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता माना गया है। इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शादी के शुभ योग के लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है। विगत कई वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष मंगलकारी नक्षत्रों के राजा पुष्य का गुरु और रवि के साथ संयोग पिछले वर्षों से अधिक बन रहा है, I इस वर्ष 12 महीनों में पांच दिन रवि और 3 दिन गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग रहेगा। रवि गुरु के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग सिद्धिदायक और शुभफलदायी होते हैं। इन तिथियों पर शादी ब्याह को बेहद शुभ माना गया है।
सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो गया । आज से हिंदुओं के सभी शुभ कार्य, जैसे शादी-विवाह, उपनयन, मुंडन और गृह प्रवेश आदि शुरू हो जाएंगे। वैवाहिक बंधन को सबसे पवित्र रिश्ता माना गया है। इसलिए इसमें शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शादी के शुभ योग के लिए बृहस्पति, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है। विगत कई वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष मंगलकारी नक्षत्रों के राजा पुष्य का गुरु और रवि के साथ संयोग पिछले वर्षों से अधिक बन रहा है।
फरवरी और मार्च में हैं विवाह के कई शुभ मुहूर्त – हिंदू पंचांग के अनुसार फरवरी माह में शादी के लिए बहुत शुभ मुहूर्त हैं। पंचांग में 16 फरवरी से शादी का शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएगा। 18, 20 और 24 फरवरी को शादी के लिए बढ़िया मुहूर्त पड़ रहा है। मार्च महीने भी शादी-विवाह के कई शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं। पंचांग में मार्च महीने में14 मार्च तक जबर्दस्त लगन हैं। दो मार्च, तीन मार्च, छह मार्च व आठ मार्च को शादी के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त पड़ रहा है।
15 मार्च से शुरू हो जाएगा खरमास, शादी के लिए वर-वधु को करना होगा इंतजार – पंडितों के अनुसार 15 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा जो 14 अप्रैल तक है। खरमास में शादी-विवाह बंद रहेगा। इस महीने में उपनयन, गृह प्रवेश आदि को शुभ माना नहीं गया है। इसलिए सभी शुभ कार्य बंद रहेंगे।
17 अप्रैल से शुरू हो जाएगी शादी – इसके बाद 17 अप्रैल से विवाह मुहूर्त शुरू हो जाएगा। 12 मई तक शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है। अप्रैल-मई महीने में शादी विवाह के कई शुभ मुहूर्त मिलेंगे। अप्रैल महीने में 18, 19, 20, 26, 27, 28 और 29 अप्रैल को विवाह का बढ़िया मुहूर्त है। वहीं मई महीने में शादी के लिए ज्यादा शुभ मुहूर्त नहीं हैं। बनारस पंचांग के अनुसार दो-तीन ही शादी के लिए शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं।
16 मई से शुरू हो जाएगा मलमास – इसके बाद 16 मई से मास यानी मलमास शुरू हो जाएगा। 16 से 29 मई तक शुक्ल पक्ष का जेष्ठ और 29 मई से 13 जून तक कृष्ण पक्ष का जेष्ठ है।
जून-जुलाई में शादियों के एक दर्जन शुभ मुहूर्त – बनारस पंचांग के अनुसार 14 जून से फिर लग्न शुरू हो जाएंगे, जो 13 जुलाई तक चलेंगे। जून और जुलाई में शादी के एक दर्जन से अधिक शुभ लग्न हैं। जुलाई में ही चतुर्मास शुरू हो जाएगा। इसमें शादी-विवाह बंद रहते हैं। चार महीने तक भगवान विष्णु शयन में चले जाते हैं, इस कारण शादी-विवाह सहित अन्य शुभ कार्य बंद रहते हैं। कार्तिक माह में तुलसी विवाह के बाद सभी शुभ कार्य शुरू होंगे।