Friday, April 26, 2024
अंबिकापुर झुठे मामले में पत्रकार गिरफ्तार न्यायलय से मिली जमानत

झुठे मामले में पत्रकार गिरफ्तार न्यायलय से मिली जमानत

-

अंबिकापुर / यु तो पत्रकार प्रताड़ना की सुचना आये दिन मिलती ही रहती है जिनमें कई मामले सच और कई मामले साफ़ तौर पर झूठे दिखाई दे जाते है, उसी तरह के एक झूठे मामले में आज सरगुजा अंबिकापुर के न्यूज़24 के पत्रकार मनीष सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, हालांकि कुछ समय बाद उन्हें न्यायलय से जमानत भी मिल गई।

इस पुरे मामले में Ig सरगुजा ने पहले जाँच कर उचित न्याय दिलाने की बात कही थी पर ऐसा हुआ नहीं। ख़ास बात यह रही की कुछ ईमानदार पुलिस विवेचक ने केस डायरी में इस बात को साफ़ कर दिया है की पत्रकार के खिलाफ ऐसा कोई साक्ष्य दिखाई नहीं पड़ता की उनकी गिरफ्तारी हो सके बावजूद सरगुजा sp और उनके ख़ास पुलिस अधिकारी महज अपना उल्लू सीधा करने धोके से पत्रकार को गिरफ़्तार आज किये। वहीँ मात्र कुछ समय में ही माननीय न्यायालय के द्वारा पत्रकार को ज़मानत दिए जाने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना अब लाज़िमी है, पुरे नौ महीने बाद आख़िर पुुलिस को ऐसा कौन सा साबुत मिल गया की एक पत्रकार की गिरफ़्तारी की नौबत आन पड़ीे यह बात समझ से परे है। एक सवाल यह भी उठता है की पत्रकारों की गिरफ्तारी के लिए जब कानुन जब बनाये गए है तो उसका पालन क्यों नही होता। ऐसे कोई भी मामलों में राज्य सरकार द्वारा गठित एक कमेटी मामले की जांच करती है उसके बाद तय किया जाता है कि गिरफ्तारी हो या नहीं। लेकिन इस मामले में पुलिस ने इस नियम का पालन नहीं किया। आज सुबह अचानक पुलिस पत्रकार के घर पहुंची और उन्हें थाने ले गयी। इस पत्रकार को एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया था। मामला पुलिस द्वारा एकतरफा कार्यवाही का ही नतीजा था। तब उच्च पुलिस अधिकारियों ने दखल देकर मामले को दबवाया गया था। लेकिन उसी पुराने मामले में अब पुलिस अफसरों ने पत्रकार को अचानक अरेस्ट कर दिया। यह बात भी सत्य है की पत्रकार की कई खबरों से पुलिस वाले चिढ़े हुए थे।

कुछ 09 महीने पहले पत्रकार की मां के साथ एक महिला कांस्टेबल ने बदतमीज़ी और गाली गलौज की थी। मां जब रोने लगीं तो पत्रकार और महिला कांस्टेबल में तीखी बहस हुई। पत्रकार ने RI को फ़ोन करके पूछा कि इस महिला कांस्टेबल के खिलाफ शिकायत कहां होगी। पत्रकार ने तुरंत तो शिकायत दर्ज नहीं कराई लेकिन आरआई ने यह बात महिला कांस्टेबल तक पहुंचा दी। इस मामले में पत्रकार के पास RI से बातचीत का ऑडियो भी है। महिला कांस्टेबल ने तुरंत पत्रकार के खिलाफ FIR दर्ज करा दिया। यानि शिकायत पत्रकार को महिला कांस्टेबल के खिलाफ करना था लेकिन महिला कांस्टेबल ने ही भनक पाने के बाद पत्रकार के खिलाफ एफआईआर करा दिया। महिला कांस्टेबल की शिकायत की बिना जांच किए पत्रकार के खिलाफ FIR हो गयी। पत्रकार और उसकी माँ ने जब थाने में अपनी शिकायत करानी चाही तो उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। पुलिस की एकतरफा कार्यवाही की शिकायत जब कुछ अधिकारियों से की गयी तो उनके दखल के बाद उस समय पत्रकार के सिर पर गिरफ्तारी की लटकी तलवार हट गई थी, पर आज अचानक गिरफ्तारी ? ख़ैर न्यायलय ने इस मामले को देखते ही पत्रकार को राहत दी तत्काल जमानत मंजुर की है।

Latest news

राहुल गांधी ने कसा तंज, कहा – जल्द PM मोदी की आंखों से आंसू भी निकलेंगे…

बीजापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में कांग्रेस और राहुल गांधी पर लगातार जुबानी हमले कर रहे...

बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे की CBI जांच शुरू , एक हफ्ते बाद आएगी टीम…

रायपुर। बेमेतरा के बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे की CBI ने जांच शुरू कर दी है। CBI की टीम...

मुझे बूथ पर जाने से रोका जा रहा है, मेरे खिलाफ लगाए जा रहे मुर्दाबाद के नारे:भूपेश बघेल

राजनांदगांव। कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल ने कहा कि मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।...

रायपुर रेल मंडल के नए मंडल वाणिज्य प्रबंधक बने राकेश सिंह…

रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह को बनाया गया हैं।...

चुनाव ड्यूटी में लगे जवान ने सर्विस राइफल से खुद को मारी गोली, मचा हड़कंप…

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है. इस बीच गरियाबंद जिले से बड़ी खबर...

Must read

राहुल गांधी ने कसा तंज, कहा – जल्द PM मोदी की आंखों से आंसू भी निकलेंगे…

बीजापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में...

बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे की CBI जांच शुरू , एक हफ्ते बाद आएगी टीम…

रायपुर। बेमेतरा के बिरनपुर सांप्रदायिक दंगे की...

You might also likeRELATED
Recommended to you

error: Content is protected !!