00 कितने जन्म लगेंगे भवन बनाने में – कश्यप शिक्षा मंत्री
00 ऐसा नहीं चलेगा कि ट्रायवल विभाग का पैसा है तो पीडब्ल्यूडी खाकर खत्म कर दे
00 जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में पाॅच सौ सीटर छात्रावास खोलने की घोषणा
00जिला शिक्षाधिकारी रायपुर अटैच
00 बदले – बदले लगे तेवर
कोरिया / प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री केदार कश्यप ने राज्यव्यापी लोक सुराज अभियान के दौरान आज जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम सारा गदबदी में आयोजित लोक सुराज अभियान में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर कश्यप ने जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में पाॅच सौ सीटर की सर्व सुविधायुक्त छात्रावास प्रारंभ करने, विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम सारा में संचालित माध्यमिक शाला में 3 अतिरिक्त कक्ष निर्माण, शासकीय हाई स्कूल सलका शाला सलका, शासकीय हाई स्कूल डोमरा और शासकीय हाई स्कूल बरकेला को हायर सेकेण्डरी शाला उन्नयन करने की घोषणा की। इसके पूर्व उन्होनें ग्राम आनी, आंजों और टेंगनी में एक करोड़ 36 लाख 95 हजार रूपये की लागत से नवनिर्मित हाई स्कूल भवन का लोकार्पण भी किया।
प्रदेश के श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री भईयालाल राजवाडे की अध्यक्षता में आयोजित लोक सुराज अभियान में विषिश्ट अतिथि के रूप में भरतपुर-सोनहत क्षेत्र की विघायक एवं छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव श्रीमती चम्पादेवी पावले और मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल मौजूद थे।
मंत्री केदार कश्यप ने लोक सुराज अभियान को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा 12 साल में किये गये कार्यो एवं योजनाओं का आकलन के लिए लोक सुराज अभियान का संचालन किया जा रहा है उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार गांव गरीब किसानों की दशा सुधारने निरंतर नई योजनाओं को लेकर आ रहे है। जिसका फायदा अब लोगो के जीवन में दिखने लगा है। फिर भी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि लोक सुराज अभियान के तहत जनता के पास जाये और सीधे संवाद करें। उन्होनें कहा कि सरकार का ध्येय ही जनभावनाओं का सम्मान करते हुए उन्ही के मुताबित काम करना है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित प्रत्येक योजनाओं ने अपनी पहचान स्थापित की है। चाहे बालिकाओं के लिए संचालित सरस्वती साइकल योजना हो, निःषुल्क पाठयपुस्तक वितरण अथवा गणवेश वितरण सभी योजनाओं में छत्तीसगढ राज्य ने ख्याति प्राप्त की है। उन्होनें कहा कि सरस्वती साइकल योजना प्रांरभ होने के पूर्व कक्षा आठवी पढने के बाद अधिकांश बालिकाएं पढाई छोड देते थे। केवल 60 प्रतिषत बालिकाएं ही कक्षा नवमी में प्रवेष लेती थी। मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने जब से बालिकाओं के लिए सरस्वती साइकल योजना प्रांरभ की है। तब से शलाओं में बालिकाओं की संख्या में निरंतर इजाफा हुआ है। अब शलाओं में बालिकाओं की संख्या 60 प्रतिषत से बढकर 95 प्रतिषत हो गया है। यह राज्य शासन की योजनाओं का ही सफलता का परिचायक है। उन्होनें कहा कि बैकुण्ठपुर में पाॅच सौ सीटर की सर्व सुविधायुक्त छात्रावास प्रांरभ होने से आस-पास के छात्र-छात्राओं के पढने और आगे बढने का सुनहरा अवसर मिलेगा। उनहें आवसीय सुविधा के साथ शिक्षा के लिए अन्य प्रकार की सुविधा भी हासिल होगी। इसी तरह हाई स्कूल के हायर सेकेण्डरी स्कूल में उन्नयन होनेे से हाई स्कूल बच्चें अब उन्ही स्कूल में षिक्षा ग्रहण कर आगे बढेगें। उन्हें हाई सेकेण्डरी की पढाई के लिए अन्यत्र जाना नही पढेगा। प्रदेश में प्रारंभिक शिक्षा के लोकव्यापीकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है और अब माध्यमिक शिक्षा का लोकव्यापीकरण किया जा रहा है।अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्गों के उत्थान के लिए बहुआयामी प्रयास किये जा रहे है। आदिवासी विकासखण्डों में नये छा़त्रावासों भवनों के निर्माण किया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं के कारण अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछडे वर्ग के लोगो में षिक्षा के प्रति ललक बढी है ओैर युवाओं को रोजगार के बड़े अवसरो से जुड़ने का अवसर मिला है।
बदले – बदले लगे तेवर –
जितनी दीवारे क्रेक हो रही हैं उन्हें तोड़वाकर नया बनवा कर दीजिए। हम नहीं चाहते कि जर्जर भवन में बच्चे बैठकर पढ़े। इसके बिना हम स्कूल भवनों को हैण्डओवर नहीं लेंगे। भट्ट साहब ऐसे मामलों में पैसा देना बिलकुल बंद कर दीजिये। यह ऐसा नहीं है कि ट्रायवल विभाग का पैसा है तो पीडब्ल्यूडी खाकर खत्म कर दे, ऐसा नहीं होना चाहिए। आरईएस का भी वहीं हाल है। कन्या आश्रम बंजी का भी वही हाल है। यहां पर भी दीवाले क्रेक है। मैं सही बोल रहा हूँ। जानकारी लेकर बोल रहा हूँ। भवन जर्जर है और वो कभी भी गिर सकता है। कलेक्टर साहब इसको भी दिखवा लीजिये। इसके प्रतिवेदन के साथ आप दीजिए कि वास्तव मेें छात्रावास बैठने योग्य है। तब हम आप के कहने पर हम अपने बच्चों को वहां प्रवेश करायेंगे अन्यथा नहीं करायेंगे और उसका पैसा हम रोकेंगे।ये बातें बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सारा गदबदी में मंगलवार को प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने लोक सुराज अभियान दौरान कहा।
छात्रावास बना रहे या शौचालय –
आरईएस द्वारा नागपुर बनाये जा रहे भवन के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री ने मंच से ही अधिकारी से पूछा कि नागपुर में क्या बना रहे हो भैया, आप वहां पर कमरे में पूरा पानी भर जा रहा है। तब अधिकारी द्वारा यह कहा गया कि वहां छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है जिस पर मंत्री ने यह कहा कि छात्रावास बना रहे हो या शौचालय, जहां पूरा पानी भर रहा है। आप उसका प्रतिवेदन बना कर दीजिये अगर ठीक होगा तो ही हमारे बच्चे वहां जायेंगे अन्यथा नहीं जायेंगे। बच्चे हमारे है किसी और के नहीं है छत्तीसगढ़ के बच्चे है तो छत्तीसगढ़ के हिसाब से अच्छे से अच्छा बनाकर देना होगा। अगर देखना है तो हमारे विभाग में जो छात्रावास बनाये है उन्हें जाकर देखो वहां टाइल्स लगी है और वहां की व्यवस्था अच्छी है। इस दौरान मंंत्री ने कलेक्टर को मौके पर जाकर जांच करने को कहा। और कहा कि अगर गलत बना हो तो कार्यवाही करें।
कब पूरे होंगे लंबित कार्य –
२००७-०८ से भरतपुर में आदिवासी कन्या आश्रम व कछौड़ में भवन बनना शुरू हुआ है अभी तक नहीं बन पाया है उसे बनने में कितने जनम लगेंगे इसको बनाने में। इसे प्राथमिकता से पूरा करे ऐसा नहीं चलेगा कि हमने पैसा दे दिया है और वो आरम से कर रहे है। जिले के ग्राम पंचायतों में जो २००६ से लंबित कार्य है २-४ लाख रूपये की लागत के है लेकिन अभी तक पूरे नहीं हो सके। अब तो वहां के सरपंच भी बदल गये। अब कैसे शो करेंगे।
जिला शिक्षाधिकारी रायपुर अटैच –
जिला शिक्षाधिकारी के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री ने यह कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी की निष्क्रियता से यहां व्यवस्था प्रभावित हो रही थी जिसके लिये तत्काल प्रभाव से उन्हें प्रदेश मुख्यालय में अटैच करता हूँ।