00 डॉ. आरआर गजभिये गिरफ्तार
00 21 दिन बाद दोबारा हुआ था पीएम
00 एसपी ने सीएसपी से जांच कराई फिर भेजा जेल
कोरिया / स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक चैनल की न्यूज एंकर की आत्महत्या की रिपोर्ट डॉक्टर ने बिना पोस्टमार्टम किए ही बना देने मामले में हाईकोर्ट की सख्ती के बाद कोरिया एसपी ने सीएसपी से जांच कराई और आज डॉक्टर को गिरफ्तार कर चिरमिरी न्यायालय में पेश किया। यहां से आरोपी डॉक्टर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद एसपी ने मामले की सीएसपी से जांच कराई और बिना पोस्टमार्टम कर रिपोर्ट तैयार करने वाले आरोपी डॉ. आरआर गजभिये को गिरफ्तार कर चिरमिरी न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपी डॉक्टर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
क्या था पूरा मामला –
पुलिस के अनुसार स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक चैनल की कर्मचारी सलमा उर्फ पिंकी ने प्रताडऩा से तंग आकर 16 दिसंबर 2015 को अपने घर में फांसी लगा कर आत्म हत्या कर ली थी। मामले में मृतिका के शव का दूसरी बार पोस्ट मार्टम कराया गया था। इस पर पुलिस ने एक आरोपी गोदरीपारा निवासी 29 वर्षीय आशीष घरामी पिता तपन घरामी को धारा 306 के तहत गिरफ्तार कर जांच रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत की थी। मामले में पिंकी की मां ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर स्थानीय केबल चैनल प्रभारी अफसर अली, सुजीत दत्ता, छोटू उर्फ दामोदर, अब्दुल, जय किशन, राजू पर भी कार्रवाई करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने याचिका पर 16 मई 2016 को पुलिस अधीक्षक कोरिया को नोटिस जारी कर जांच कराने के निर्देश दिए थे।
21 दिन बाद दोबारा हुआ था पीएम –
मृतिका की मां ने जिला प्रशासन से शव का पीएम नहीं होने की शिकायत कर कलेक्टर से दोबारा पीएम कराने की गुहार लगाई गई थी। इसके बाद 6 जनवरी 2016 को जिला अस्पताल की टीम ने शव का दोबारा पीएम किया था। कलेक्टर ने जिला अस्पताल के टीम की रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. आरआर गजभिये को बर्खास्त कर दिया था।