Monday, June 30, 2025
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शहडोल संसदीय क्षेत्र चुनाव – ज्योतिरादित्य सिंधिया दौरा के बाद शौंचालय उखाड़ ले गए कांग्रेसी और डकार गए हफ्ते भर का मेहनताना, ओछी हरकत

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रिपोर्ट / शुभम तिवारी / 7879308359 
शहडोल / संसदीय क्षेत्र शहडोल के चुनाव में स्टार प्रचारक ग्वालियर राजघराने के युवराज श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया 7 नवम्बर को शाम शहडोल की आमसभा को संबोधित करने के बाद उमरिया जिला के ग्राम बडवाही पहुँची। यहां पर उन्होने ग्रामवासियों से कांग्रेस प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के पक्ष में जन सम्पर्क किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम एवं सम्पूर्ण तैयारियों के बाद युवराज पंच कुसुम बाई सिंह पति वीरभान सिंह के घर में सामूहिक भोज के बाद कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ रात्रि विश्राम करने के बाद अपने गंतव्य के लिए 8 नवम्बर की सुबह रवाना हो गए। इस दौरान युवराज के साथ राज्य सभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा व उमरिया जिला पंचायत की अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह भी साथ रहीं। 
img-20161110-wa0240शौंचालय उखाड़ ले गए कांग्रेसी – 8 नवम्बर की सुबह बड़वाही गांव से जैसे ही युवराज ज्योतिरादित्य सिंधिया का उड़नखटोला उड़ा, उसके बाद कुछ स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने ऐसी हरकत को अंजाम दे दिए, जिसका दर्द आदिवासी वीरभान सिंह गोंड़ के परिवार अभी तक साल रहा है। कांग्रेस का बबलू पण्डित नाम के नेता ने ऐसी शर्मनाक करतूत कर डाली कि युवराज के लिए घर को रसोई जिसमें वीरभान के परिवार का खाना बनता था उसमें लगाई गई कमोट सीट को भी उखाड़कर अन्य समानों के साथ ले गया। इस दौरान उमरिया जिला पंचायत की अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह जो कि कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित हैं वह भी साथ रहीं जो बबलू पण्डित की इस शर्मनाक हरकत की सहभागी रहीं। इस संबंध में पंच जानकी सिंह (वीरभान सिंह की बड़ी बहू) ने बताया कि शौंचालय का कमरा बंद करके जब कमोट सीट को बबलू पण्डित उखाड़ रहा था उस दौरान ज्ञानवती सिंह उनके घर के आंगन में बैठी थीं और मोबाइल के माध्यम से उनकी और बबलू पण्डित की बात हो रही थी।
चंदा के सपने पर फिरा पानी – युवराज ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए शौंचालय के अलावा रंगीन टेलीवीजन, डीडीएचओ नया लगवाए गए थे। वीरभान की युवा पुत्री चंदा सिंह की मांग पर युवराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि इस टेलीवीजन से चंदा अपने परिवार के साथ मनोरंजन करेगी। लेकिन उनके जाने के बाद जिस कमरे में युवराज सोए थे उसमें बबलू पण्डित घुस गया और अंदर से सांकल लगा लिया। फिर टेलीवीजन को कार्टून में भरा और डीडीएचओ सहित उनका बिस्तर भी साथ ले गया। वीरभान की पत्नी कुसुम सिंह ने बताया कि कांग्रेसी नेता दूध, तेल, मसाला, पानी की बोतलों को नहीं छोड़ा।
डकार गए हफ्ते भर का मेहनताना – कुसुम सिंह और उसका पुत्र हीरा सिंह बताते हैं कि कोई एक सप्ताह पूर्व ज्ञानवती सिंह का खासमखास कांग्रेसी नेता बबलू पण्डित पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ आया था। यहां पर उसने आश्वासन दिया था कि ग्वालियर राजघराना के युवराज और कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके घर में रूकेंगे तो उनके परिवार का भाग्य चमक जाएगा। इसके साथ ही उनका घर भी चमक जाएगा और उन्हे किराया के साथ-साथ तैयारी में जो मेहनताना लगेगा उसकी मजदूरी भी दी जाएगी। लेकिन युवराज के जाने के बाद वीरभान सिंह के अलावा राजमिस्त्री मनोज सिंह, हीरा सिंह, तीरथ सिंह, राजकुमार को कांग्रेसी नेताओं ने फूटी कौड़ी तक नहीं दिया।
अब हम किसी को नहीं देंगे वोट – ग्राम बड़वाही के तेंदुहा टोला में रहने वाले वीरभान सिंह गोड़ के परिवार भर का कहना है कि महाराजा साहब के आने से हम अपने आप को सौभाग्यशाली जरूर महसूस कर रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार की हरकत को ज्ञानवती सिंह, बबलू पण्डित और अन्य नेता अंजाम दे गए उससे अब मन खिन्न हो गया है और आने वाले 19 नवम्बर के मतदान में किसी भी नेता (प्रत्याशी) के पक्ष में वोटिंग नहीं करने का फैसला कर लिया है।
युवराज ने खाया महुआ की डोभरी – कंग्रेस के स्टार प्रचारक श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया का काफिला जैसे ही तेंदुहा टोला वीरभान सिंह के घर के सामने पहुंचा, आदिवासी शैला नृत्य और मादर की थापों से उनकी अगुवानी किए। आदिवासियों का उत्साह देखकर युवराज से रहा नहीं गया और वे उनके साथ थिरकने लगे। इसके बाद आदिवासियों का युवराज ने कुशल क्षेम पूछा। गांव की समस्याओं से भी अवगत हुए। इसके बाद लजीज पकवानों का दौर चालू हुआ तो महुआ की डोभरी और राई की भाजी को उन्होने सभी को परोसने के बाद स्वयं खाया। इसके पूर्व उन्होने स्वयं रोटियां भी सेंकी। गौरतलब है कि भोजन की प्रमुख सामग्री कांग्रेसी अपने साथ में लेकर वीरभान सिंह के घर पहुंचे थे।
दो साल बाद खोलूंगी पोल – वीरभान सिंह की लाडली कु. चंदा सिंह का कहना है कि महाराजा साहब उनके परिवार को इस बात का आश्वासन देकर गए हैं कि वे उनके घर दो साल पुनः पधारेंगे। चंदा कहती है जो टीव्ही उसे महाराजा साहब देकर गए हैं। उसे स्थानीय नेता  उठा ले गए। यहां तक कि पानी की बोतलों एवं दूध को भी उन्होने नहीं छोड़ा है। इनकी करतूतों का पोल वह दो साल बाद उनके समक्ष खोलेगी।

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