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दिल्ली / प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीन साल पूरे, पूर्वोत्तर को मिला ख़ास तोहफ़ा, प्रधानमंत्री ने ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे बड़े पुल का किया उद्घाटन, गुवाहाटी में एम्स और असम के गोगामुख में रखी भारतीय कृषि शोध संस्थान की आधारशिला कहा, भारत के विकास को गति देंगी ये परियोजनाएं । |
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केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीन साल पूरे हुए तो पूर्वोत्तर को एक ख़ास तोहफ़ा भी मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने आज ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया। पुल का छोर अरुणाचल प्रदेश के ढोला में और दूसरा छोर असम के सदिया में पड़ता है। 9.15 Km लम्बे इस धौला-सादिया पुल के चलते अब अरुणाचल और असम की दूरी 165 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा समय भी चार से पांच घंटे कम हो जाएगा। 2,056 करोड़ रूपये की लागत से बने इस सामरिक दृष्टि से अहम पुल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने कुछ दूरी तक इस पुल पर चहलकदमी की। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर विकास को स्थायी रूप देना हो तो मूलभूत ढांचा पहली शर्त है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के विकास के लिए आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होने इस बात पर बल दिया कि देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र दक्षिण-पूर्व एशिया की अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बन सकता है और देश में सबसे ज्यादा विकास की संभावना पूर्वी भारत और खास तौर पर पूर्वोत्तर में है। इसलिए सरकार की सभी योजनाओं में देश के ये दोनों हिस्से पर ख़ास जोर है. प्रधानमंत्री ने इस पुल का नाम मशहूर शख्सियत भूपेन हजारिका के नाम पर करने की घोषणा की. प्रधानमंत्री ने असम के गुवाहाटी में एम्स और गोगामुख में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की भी आधारशिला रखी। गोगामुख में पीएम ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प दोहराया. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर संपदा नाम के एक नई योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को काफी लाभ मिलेगा। |
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पीएम मोदी ने किया देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन
