कोरिया / मानसिक एवं विकलांग कल्याण अभिभावक संघ बिलासपुर द्वारा निशक्त बच्चों के उपचार, विकास एवं शोध अनुसंधान हेतु गरिमा मल्टीथैरेपी एण्ड रिहैब्लिटेशन रिसर्च इन्स्टिूयुट पुनर्वास केन्द्र का शुभारंभ वी के तिवारी (जष्टिस) एवं सदस्य सचिव छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर, शैलेश शर्मा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर, प्रान्ताध्यक्षक डाॅ. कान्तभूषण गोड़, सभाष साहू, जेठमल कोटड़िया के उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर वी के तिवारी ने मानसिक विकलांग बच्चों के माता पिता से मानसिक निःशक्त बच्चों के लिये कार्य करने की अपील की।
अभिभावक संघ द्वारा *सेवा शिखर सम्मान* समारोह का आयोजन किया गया, जिसमे सरगुजा से कलावती पुनर्वास केंद्र के संचालिका रीता अग्रवाल को निःशक्त बच्चों को सामाजिक उत्थान किये जाने वाले प्रयास से प्रभावित हो कर संस्था *नर सेवा नारायण सेवा* के तर्ज पर काम करने वाली संस्था को सम्मानित किया व सम्मान में श्रीफल एवं प्रशस्ती पत्र दिया गया।
रीता अग्रवाल ने कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में कहा कि अब दिव्यांगों को ले कर जागरूकता न्यायधानी से ले कर राजधानी तक दिव्यांगों की सेवा की जागरूकता की लहर चल पड़ी है, जिसमे सामाजिक लोग हिस्सा तो ले रहे है, पर सरकारी योजनाएं फाइलों में बंद पड़ी हैं, यह गम्भीर चिंता का विषय है।
इस अवसर पर ग्रेस कुजूर , रमाकान्त मिश्रा, माया भगत, जस्सी फिलीप, राजीव अवस्थी सहित पूरे छत्तीसगढ़ से अनेको लोग उपस्थित हुये। सुरेन्द्र साहू ने जानकारी प्रदान किया गया है कि शीघ्र ही सरगुजा जिला में मानसिक विकलांग निःशक्त बच्चों के लिये शिविर एवं आश्रय गृह का संचालन किया जायेगा।
जल्दी ही अम्बिकापुर में भी मल्टीथेरेपी सेंटर चालू किया जाए गा।