** PM ने कहा: मैं उन सभी व्यक्तियों – संगठनों को बधाई देता हूं, जो शौचालयों निर्माण में सहयोग कर रहे है
नई दिल्ली / आज विश्व शौचालय दिवस है। स्वच्छता के महत्व पर जोर और सभी के लिए सुरक्षित और स्वच्छ शौचालयों की पहुंच की सिफ़ारिश करता है यह दिवस। 2001 में विश्व शौचालय संगठन द्वारा इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी।
शौचालय महज एक शब्द नहीं बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को ठीक रखने, उनकी गरिमा और सुरक्षा के संरक्षण में और एक शक्तिशाली अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। 2015 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पूरी दुनिया में लगभग ढाई अरब लोग पर्याप्त स्वच्छता के बिना रह रहे हैं और दस में से एक व्यक्ति के पास खुले में शौच करने के अलावा और कोई चारा नहीं है। विश्व शौचालय दिवस की स्थापना के बाद से पूरी दुनिया में बदलाव लाने के लिए तमाम सरकारों और गैर सरकारी संस्थानों ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस दिन ने कई पाबंदियों को तोड़ा है जो शौचालय के विषय पर चर्चा करने और सुरक्षित और बेहतर समाधान बनाने के लिए ज़रूरी है।
भारत सरकार भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश में शौचालय के निर्माण पर लगातार ध्यान दे रही है और इसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आने लगे हैं। इस अवसर पर देश की स्वच्छ भारत मिशन ने ट्वीट किया है कि विश्व शौचालय दिवस, हमें स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने में मदद करता है। आइये हम कोशिश करें कि भारत 2019 तक खुले में शौच से मुक्त हो जाए।
पत्र सूचना कार्यालय ने भी इस अवसर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि स्वच्छ भारत की केंद्रीय टीम विश्व शौचालय दिवस मनाने के लिए चंपारण में ‘ट्विन पिट्स’ शौचालयों के निर्माण में सहायता कर रही है. विश्व शौचालय दिवस का मकसद वैश्विक स्वच्छता के संकट के समाधान के लिय लोगों को प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम विश्व शौचालय दिवस के मौके पर स्वच्छता सुविधाओं में सुधार के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराते हैं। ट्वीट पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं उन सभी व्यक्तियों और संगठनों को बधाई देता हूं, जो भारत के विभिन्न हिस्सों में शौचालयों का निर्माण कर रहे हैं, उनका अमूल्य योगदान स्वच्छ भारत मिशन को और गति देता है।