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अब कागजी ODF से उठेगा पर्दा, फर्जी ODF पर PMO से आया मुख्य सचिव छग शासन को पत्र, चिरिमिरी महापौर ने लिखा था PMO को शिकायत पत्र

** ODF कराने आयुक्त बीएल सुरक्षित ने शासन को गलत व भ्रामक जानकारी दी थी
** निजी शौचालय की जाँच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग PMO से

कोरिया / चिरिमिरी / नगर पालिक निगम चिरिमिरी के महापौर के डोमरु रेड्डी ने PMO को एक पत्र प्रेसित किया था।जिसमें शासन को गलत व भृमित जानकारी देकर ओडीएफ कराने वाले निगम आयुक्त बीएल सुरक्षित पर अनुशासनात्मक कार्यवाही सहित स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत निर्मित निजी शौचालय की जाँच कर दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही किए जाने के सम्बंध में एक शिकायत पत्र भेजा था। जिस शिकायत पत्र को PMO ने मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को कार्यवाही हेतु भेज दिया है और अब उम्मीद ये जताई जा रही है कि चिरिमिरी नगर निगम में हुई फर्जी ओडीएफ व गड़बड़ियों से जल्द पर्दाफास हो जाएगा।

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आपको बता दे कि महापौर के डोमरु रेड्डी ने शिकायत पत्र में लिखा था कि – स्वच्छ भारत मिशन योजनांतर्गत नगरपालिक निगम चिरमिरी के सभी 40 वार्डों में ठेकेदारों के माध्यम से कराये गए शौचालयों के गुणवत्ताविहीन निर्माण तथा अधूरे शौचालय निर्माण पर मैने संलग्न संदर्भित पत्रों के माध्यम से ठोस शिकायत दर्ज करते हुए ओ0डी0एफ0 की कार्यवाही को स्थगन करने आग्रह किया था, परन्तु इस ओर किसी भी प्रकार से कोई जॉच/कार्यवाही नहीं होने के बावजूद चिरमिरी शहर को ओ0डी0एफ0 घोषित कर दिया गया है। पुर्नलेख है कि, निर्धारित प्रक्रिया अनुरूप निकाय को ओ0डी0एफ0 घोषित करने के पूर्व वार्डों के समस्त पार्षदों, स्कूल के प्राचार्य, एन0जी0ओ0, स्वयं सहायता समूह एवं महापौर से घोषणा पत्र प्राप्त कर महापौर परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित करने के उपरांत परिषद की सामान्य सभा की बैठक में चिरमिरी शहर को ओ0डी0एफ0 घोषित करने का प्रस्ताव लाया जाकर विचार एवं निर्णय लिया जाना है। तत्पश्चात सिटी प्रोफाईल तैयार करने के बाद निरीक्षण दल के द्वारा शौचालयों का निरीक्षण कर ओ0डी0एफ0 घोषित किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही किया जाना था, किन्तु निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले ही निरीक्षण दल द्वारा बिना सिटी प्रोफाईल के निरीक्षण के लिए उपस्थित हुए हैं, जो गलत प्रक्रिया है। इसलिए इस पर हमारी घोर आपत्ति है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि, निगम के अधिकारियों को बार-बार बोलने के बावजूद भी हमारे शहर के सुलभ शौचालयों की हालत दयनीय है, हमारे यहाँ एस0ई0सी0एल0 के कई आवासीय मकानों में भी शौचालय नहीं है, कई में बंद है, ऐसे में शहर ओ0डी0एफ0 कैसे हो सकता है ? ये गंभीर चिंता का विषय है। इसलिए आज तक मैने एक महापौर के रूप में अपना घोषणा पत्र हस्ताक्षरित नहीं किया है। माननीय प्रधानमंत्री महोदय, आपको विदित कराना चाहूँगा कि, हमारे निगम के एम0आई0सी0 में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है और न ही सामान्य सभा के लिए कोई प्रस्ताव लाया गया है। दिनांक 24/07/2017 को एक फाईल अवलोकन के लिए आया था, जिसे कुछ आपत्तियों के साथ मैंने निगम आयुक्त बी0एल0 सुरक्षित को लौटाया था, जिसके बाद आज तक मेरे समक्ष उनका निराकरण एवं एम0आई0सी0 या सामान्य सभा में प्रस्ताव रखने का कोई भी फाईल प्रस्तुत नहीं किया गया है। फिर भी सिटी प्रोफाईल में गलत जानकारी भेजकर निगम आयुक्त ने शासन को गुमराह करते हुए नियम विरूद्ध पत्राचार करके परिषद की छवि को बिगाड़ने का कृत्सित प्रयास किया है, जिसकी जाँच किया जाकर कार्यवाही किया जाना अति आवश्यक है। जो बिना आपके एवं PMO के हस्तक्षेप के बिना सम्भव नहीं दिखता। अतः निर्धारित प्रक्रिया को पूर्ण किये बिना शहर को ओ0डी0एफ0 घोषित कराने तथा अपनी मनमानी पूर्ण कार्यप्रणाली के तहत शासन को गलत जानकारी देकर भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत निजी शौचालयों की गुणवत्ताविहीन निर्माण एवं भ्रष्टाचार की जाँच कराया जाकर दोषियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही कराने की कृपा करें, ताकि सही मायने में चिरमिरी शहर सिर्फ कागजी नहीं बल्कि वास्तविकता में ओ0डी0एफ0 हो सके।

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