कोरिया / जिले के खड़गवां और अब चिरिमिरी में हाथियों के दल के पहुंचने से लोग दहशत में हैं। रिहायशी इलाकों में हाथियों के पहुंचने की खबर मिलने पर पुलिस अधिकारियों के साथ ही वनमण्डलाधिकारी बैकुण्ठपुर भी वन अमले के साथ मौके पर पहुंच चुके गए। इधर स्थिति को भांपते हुए खुद कलेक्टर कोरिया नरेन्द्र दुग्गा व प्रदेश के श्रम मंत्री भईयालाल राजवाड़े भी हाथी रहित स्थल पहुंच मौका मुआयना कर चुके है। फिलहाल खबर है कि हाथियों द्वारा किसी प्रकार की जन-धन हानि नहीं की गई है।
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आपको बता दे कि पिछले तीन दिनों से हाथियों ने अपना डेरा कोरिया के खड़गवां और आज चिरिमिरी में बना रखा है। पिछले शनिवार रात रतनपुर से लगे ग्राम पंचायत चोपन के गेल्हापानीपारा में ग्रामीणों ने हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनी थी। कुछ ग्रामीण हिम्मत करके अपने घरों से बाहर निकले तो देखा कि एक-दो नहीं बल्कि दो दर्जन से अधिक हाथी जंगल में घूम रहे हैं। ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी तुरंत वन अमले को दी। हाथियों का यह दल खड़गवां के रास्ते रतनपुर, कोटेया, जिल्दा, भरदा, तामडांड, कोडांगी सहित आसपास के टोले-मजरे के बाद आज चिरिमिरी शहर के बरतुंगा कालरी में भ्रमण कर रहा है। इस दल में अगल-अलग झुंड के रूप में करीब 35 हाथी शामिल हैं। कुदमुरा दल के ये हाथी कटघोरा वनमण्डल से आए हैं, इसकी पुष्टि सरगुजा वनवृत्त ने की है। इतनी बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने से ग्रामीण दहशत में हैं। वे अपनी फसलों व मकानों को हाथियों से बचाने के लिए रतजगा करने को मजबूर हैं। उनका आरोप है कि वे हाथियों को ग्रामीण इलाकों से दूर रखने के लिए शासन—प्रशासन से पिछले कई सालों से गुहार लगाते हुए थक चुके हैं, लेकिन वन विभाग कोई व्यवस्था नहीं करता। प्रशासन के पास किसानों की सुध लेने का भी समय नहीं है।
फिलहाल आज हाथियो का दल चिरमिरी के बरतुंगा इलाके में पंहुच चुका है। बताया जा रहा है कि लगभग यह सात हाथियों का दल है। 35 की संख्या में खड़गवां में हाथियो का दल पहुँचा था और धीरे – धीरे यह कई अलग – अलग दल बनाता जा रहा। पिछले तीन दिनों से घूम रहे हाथियो ने अभी तक किसी भी प्रकार का नुकसान नही पहुँचाया है।
वही रविवार को मौके पर कोरिया कलेक्टर व डीएफओ ने पहुंचकर वन अमले से स्थिति का जायजा लिया है। कलेक्टर ने वन विभाग से कहा कि ग्रामीणों को हाथियों के दल के आसपास जाने से रोका जाए। वन अमले ने ग्रामीणों से हाथियों ने दूरी बनाए रखने की अपील की है। कोरिया कलेक्टर व वन अमला लगातार स्थिति पर निगाह बनाए हुए है। साथ ही प्रदेश के श्रम मंत्री भईयालाल राजवाड़े ने भी दौरा कर जायजा लिया है।
कोरिया के डीएफओ ईमातेमशु आओ ने बताया कि जिले में हाथी रेस्क्यू सेंटर के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। किसानों को हाथियों से निजात दिलाने के लिए गांव से सटे जंगलों के आसपास मधुमक्खियों का पालन भी कराया जाएगा। मधुमक्खियों के डर से हाथी गांवों का रुख नहीं करेंगे।
