** छत्तीसगढ़ पुलिस की मदद से लाया गया रायपुर के माना स्थित बाल गृह में है अभी बच्चे’
रायपुर / छत्तीसगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे की पहल पर हैदराबाद स्थित बाल गृह से छत्तीसगढ़ के चार बच्चों को वापस लाया गया है।अभी बच्चों को माना स्थित बाल गृह में रखा गया है। आयोग से मिली जानकारी कर मुताबिक परिजनों और बच्चों की काउंसलिंग और आवश्यक कार्यवाही कर जल्द ही इन्हें उनके घर भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद में दिनांक 15 फरवरी को निबोली स्थित बालिका गृह के निरीक्षण के दौरान जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ के रायपुर के 3 बच्चियां और एक बालक यहां निवासरत है। जो कुछ दिनों पूर्व ट्रेन के माध्यम से यहाँ पहुचें थे, जिन्हें चाइल्ड हेल्प लाइन ने रेलवे स्टेशन से यहां लाया था।
श्रीमती प्रभा दुबे ने बच्चों से बातचीत की और उनके परिजनों की जानकारी ली तो, स्वयं तीनों बच्चियों ने बताया कि ट्रेन में बैठकर यहां धोखे से आ पहुंची। बातचीत में बच्चों ने बताया कि उनका घर रायपुर के माठ और माना में है। बच्चों ने अपने साथ किसी भी प्रकार के अप्राकृतिककृत होने से इंकार किया। जिसके पश्चात दिनांक 19 फरवरी को आयोग की अध्यक्ष ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जिलाधीश एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी, रायपुर को पत्र भेजकर तत्काल बच्चों की घर वापसी सुनिश्चित करने एवं आवश्यक कार्यवाही करने कहा। जिसके बाद पुलिस द्वारा सकुशल बच्चों को रायपुर लाकर दिनांक 10 मार्च को बाल कल्याण समिति, रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। फिलहाल बच्चों और उनके परिजनों की काउंसिल कर यह जानने की कोशिश की जा रही है कि, किन कारणों से बच्चे वहां पहुचे।