** कांग्रेस ने बनाया पिछड़ा वर्ग के किसान नेता को अपना राज्यसभा प्रत्याशी
रायपुर / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा से राज्यसभा उम्मीदवार का चयन पार्टी की विचारधारा और उसकी कथनी एवं करनी को स्पष्ट उजागर करने वाला है।
अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग की दुहाई देने वाली भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से अंतिम क्षणों में नाम का चयन किया उससे भाजपा की नीतियों की वास्तविकता का पता चलता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने अतिचतुराई के साथ दो दर्जन कार्यकर्ताओं का पैनल दिल्ली भेजा था और प्रयास किया था कि उसके बीच से अपनी पसंद के नगीने को लाने में वे कामयाब होंगे, पर एक छोटे से अतिउत्साह ने प्रदेश हाईकमान के इरादों और मंसूबों पर पानी फेर दिया। दिल्ली हाईकमान भी मानों मौके की ही तलाश में था और उन्होंने अपनी पसंद का प्रत्याशी थोप दिया। हालांकि अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को उनके समाज के व्यक्ति में से किसी एक व्यक्ति को ही प्रदेश से भेजे जाने की भारी उम्मीदें थी, पर ऐसा नहीं हुआ।
वहीं कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के किसान नेता लेखराम साहू को अपना उम्मीदवार बनाकर तथा राज्य में भाजपा को वाकओव्हर न देकर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वे किसानों एवं पिछड़े वर्ग के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के सतत् उत्थान एवं नेतृत्व में भागीदार बनाकर छत्तीसगढ़ के हित में अपना सहयोग प्रदान करना चाहती है।
कांग्रेस प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी किसे अपना प्रत्याशी बनाती है यह उनका अपना विवेक एवं फैसला है पर राज्य के अनु जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग की आशाओं के साथ कुठाराघात हुआ है। जिसका लाभ आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस ने इसे भाजपा का दोहरा मापदण्ड बताया है और कहा है कि अपनी पसंद का राज्यसभा प्रत्याशी खड़ाकर पाने में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह नाकामयाब हुए है।