बलरामपुर – राजपुर से रंजीत सोनी / जिला मुख्यालय बलरामपुर में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के द्वारा शासकीय अधिकारी व कमर्चारियों के लिए जीएडी भवनों का निर्माण एवं विकास कार्य 4 करोड़ 57लाख 21 हजार 735 रूपये से किया जा रहा है लेकिन उक्त निर्माण कार्य भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ रहा है.
ज्ञात हो की पुरे जिले के सभी विकासखण्डों में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के द्वारा कर्मचारियों व् अधिकारियो के लिए अलग अलग प्रकार की करोड़ो की लागत से आवस निर्माण कार्य किया जा रहा है, लेकिन पुरे जिले में चल रहा निर्माण में ठेकेदार के द्वारा प्रयोग की जाने वाली ईंट का स्तरहीन ईंट का प्रयोग विभाग के मिली भगत से किया जा रहा है. जिसमे विभाग की मौन सहमति प्राप्त है साथ ही साथ मौके पे उपस्थित ठेकेदार के कर्मचारिय ये भी बोलने से नही चूकते है कि इस कार्य में हमें वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों का आशीर्वाद प्राप्त है साथ ही साथ भवन में लगने वाले अन्य निर्माण सामग्रियों का भी प्रयोग गुणवक्ता को ध्यान में रखकर नही किया जा रहा है.
पूर्व में विकासखण्ड ऱाजपुर में भी छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के द्वारा कर्मचारियों व् अधिकारियो के लिये भवन निर्माण कार्य स्तरहीन ईंट से किया जा रहा था जिसकी शिकायत एसडीएम ऱाजपुर शिव कुमार बनर्जी से की जाँच के दौरान शिव कुमार बनर्जी ने मौके पे उपस्थित ठेकेदार के प्रतिनिधि को फटकार लगाते हुए स्तर हीन ईंट से जोड़े गए दीवाल को तोड़वा दिया गया था लेकिन उक्त घटना के बाद भी ठेकेदार के द्वारा निर्माण में गुणवक्ता का ध्यान नही दिया जा रहा है.
तकनीकी जानकारों की माने तो फलाई एस व्रिक्स का निर्धारित माप दंड है लगातार 24 घण्टे पानी मे रखने के बाद ईंट का वजन पानी मे रखने के पहले की अपेक्षा मे उसके वजन मे 12 प्रतिशत से अधिक अन्तर नही होना चाहीए अर्थात पानी सोखने वाले ईंट मानक मे कमजोर है. इस कमजोर ईंट का उपयोग कर बनाये जा रहे मखानों की गुणवक्ता कैसी होगी यह समझा जा सकता है, कमीशन खोरी व पैसे बचाने के लिए घटीया निर्माण करने वाले ठेकेदारों के ऊपर कड़ाई से कार्यवाही होनी चाहिए जिससे निर्माण कार्य मे सुधार हो सके.
