कोरिया / पुलिस लाइन, शहर की ये वह जगह है, जहां रहने वालों के कंधों पर पूरे जिले की सुरक्षा का जिम्मा रहता है। इसके वावजुद गर यहाँ की महिलाए सुरक्षित नहीं है तो सवाल उठना लाजमी है।
दरअसल यह पूरा मामला पुलिस लाइन में रहने वाली एक महिला का है जिसे लाइन में ही रहने वाले एक सिपाही ने शराब के नशे में चाकू से वार कर घायल कर दिया। इस घटना के वक्त वहाँ काफी लोग मौजूद थे पर महिला को बचाने वाला कोई नही था जिसके बाद महिला के बच्चों ने मां को जैसे तैसे बचा कर करीब के थाने और फिर अस्पताल ले गए। जिसके बाद महिला को चाकू से लगे चोट पर 1 या 2 नही बल्कि 8 स्टिच लगे। जिससे आप इस पूरे घटनाक्रम की गहराई को समझ सकते है।
ऑनलाइन FIR में दर्ज महिला के कथन…
मैं पुलिस लाईन बैकुण्ठपुर की रहने वाली हूं कि आज दिनांक 6/6/18 को शाम 20/15 बजे मैं अपनी लड़की ऐनी को लेनें मंदिर की ओर जा रही थी कि अनिल लकड़ा रास्ते में खड़ा था। मुझे देखकर बोला कि …… मेरे घर में नहीं घुसना, मैं बोली तुम्हारे घर नहीं जा रही हूं। अपनी बच्ची को लेने जा रहीं हूं, तुम मुझे गाली क्यों दे रहे हो। उतना बोलने पर अनिल मुझ पर अपने हाथ में रखे चाकू से वार कर दिया जिससे मेरे बांये हाथ में चोट लगकर खून बहने लगा, दूसरी बार वार करने का प्रयास किया तो मेरे बच्चे ऐनी, जेनी, अनमोल बीच बचाव किये है। घटना को होते हुए पड़ोस का विनीत मिंज देखे सुने है। मैं जैसा बताई हूं वैसा लिखा गया है, रिपोर्ट करती हूं, कार्यवाही किया जाये।
इसके बावजूद पुलिस लाइन में हुई इस दुस्साहसिक घटना के बाद यह तय हो गया है कि लोगों के घरों की सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली पुलिस का अपना ही गढ़ सुरक्षित नहीं है. लोगों को बेहतर माहौल देने का दावा करने वाली पुलिस वालों के अपने ही परिवार दहशत में जी रहे हैं।
हालांकि घटना उपरांत आरोपी सिपाही को कुछ घण्टो तक थाने में बैठाया गया और कुछ धराए लगा कर सस्पेंट कर दिया गया। उसके वावजुद भी सिपाही अनिल नामक व्यक्ति पर कोई सुधार नही आया है। जिससे महिला न्याय की गुहार पुलिस अधिकारियों से अब भी कर रही है।
