रामानुजगंज से वसीम बारी की कलम / कद्दावर आदिवासी नेता व रामानुजगंज पाल क्षेत्र से पांच बार विधायक व राज्य सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री रह चुके रामविचार नेताम को राज्यसभा के लिए नाम घोषित किए जाने के बाद उनका राज्यसभा सांसद बनना उसी समय लगभग तय हो गया था। छात्र जीवन से ही राजनीतिक सफर शुरू करने वाले श्री नेताम की आवाज अब देश के उच्च सदन राज्यसभा में गूंज रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उस समय इसे एक कार्यकर्ता का सम्मान और सरगुजा संभाग का सम्मान बताया था। सरगुजा जिले के दूरस्थ क्षेत्र सनावल में जन्मे रामविचार नेताम संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के पीजी कालेज में छात्र जीवन से ही राजनीति में शामिल हो चुके थे।
पढ़ाई के बाद वे वापस गांव लौटे तो वे स्कूल में शिक्षक की नौकरी करने लगे। वर्ष 1990 में पहली बार वे पाल क्षेत्र से भाजपा विधानसभा प्रत्याशी बनाया गया था। पहले चुनाव में ही जीत हासिल करने के बाद श्री नेताम पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार पांच बार 2013 तक क्षेत्र से विधायक चुने गए। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में वे राजस्व, आदिमजाति कल्याण, गृह व जेल, उच्च शिक्षा, जल संसाधन सहित विभिन्न प्रमुख विभागों के मंत्री रहे। इसके अलावे वे भाजपा संगठन में भी काम करते रहे। वर्ष 2001 से 2003 तक वे अविभाजित सरगुजा जिले के भाजपा जिला अध्यक्ष का दायित्व भी बखूबी निभाया। इसके पूर्व वे विधायक रहते भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्य समिति में भी रह चुके हैं। वर्ष 2013 में रामानुजगंज विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी वृहस्पति सिंह ने शिकस्त दी और पहली बार उन्हें राजनीतिक जीवन में हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में पराजय मिलने के बावजूद श्री नेताम को पार्टी में ईमानदारी से काम करने का परिणाम भी मिला। उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी टीम का न सिर्फ हिस्सा बनाया, बल्कि राष्ट्रीय सचिव के साथ झारखंड राज्य के सह प्रभारी व अनुसूचित जनजाति मोर्चा का राष्ट्रीय प्रभारी का दायित्व भी सौप दिया है।
इस बीच राज्यसभा सांसदों के चुने जाने का मौका आया तो छत्तीसगढ़ राज्य से वर्तमान राज्यसभा सांसद नंदकुमार साय, सरोज पांडेय, धरमलाल कौशिक, ननकीराम कंवर के साथ रामविचार नेताम का नाम भी प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था। इस बीच उस समय छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद के लिए रामविचार नेताम के नाम की घोषणा कर दी गई तो उनका राज्यसभा सांसद बनना भी तय हो गया। सरगुजा संभाग से राज्यसभा में जाने वाले श्री नेताम चौथे आदिवासी नेता हैं।
*देते हैं लोग रहनुमाई का मिशाल,
ऐसे हैं आदिवासी नेता सनावल के लाल*
श्री नेताम के ब्यक्तित्व कुशल व्यवहार, उनके हुस्न एखलाक और अच्छे किरदार के मालिक होने के कारण सभी वर्ग के लोग उनसे खुश और संतुष्ट नजर आ रहें हैं। हर वर्ग के हर घर से सीधा जुड़े हुए नेता हैं रामविचार नेताम सभी के सुख-दूख में भी शरीक रहते हैं हर त्यौहार पर संदेश देना कभी नहीं भूलते। छोटा हो या बड़ा, अमीर हो या गरीब सभी के घर जा कर खुशीया भी बांटते हैं ना बोल कर कभी किसी का दिल नहीं दुखाते और गम के मौके पर बाद खबर होने के फौरी तौर पर अचानक घर पहुंच कर गम भी बांटते देखा गया है।
इसके पूर्व कांग्रेस ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जमाने में प्रवीण कुमार प्रजापति को राज्यसभा में भेजा था। इसके बाद प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता शिवप्रताप सिंह व संभाग के ही एक और बड़े नेता नंदकुमार साय को राज्यसभा में सांसद बनाया गया था। उस समय नंदकुमार साय राज्यसभा सांसद थें जिनका कार्यकाल खत्म हो चुका है।
राष्ट्रीय नेतृत्व के भरोसे को रखें हैं कायमः नेताम – राज्यसभा सांसद बनने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रामविचार नेताम ने उसी समय कहा था कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा किया है, उसे कायम रखने का वे पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं सोचा भी नहीं था कि गांव, गरीब और किसान का एक बेटा देश के उच्च सदन का सदस्य बनेगा। श्री नेताम ने कहा कि पार्टी, संगठन ने जो भी दायित्व उन्हें सौंपा है उसका पूरी ईमानदारी से बेहतर निर्वहन करने का प्रतिफल है कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें राज्य सभा के लिए नामित किया है। श्री नेताम ने कहा कि वे पद में रहे या न रहें लेकिन हमेशा पार्टी व संगठन के लिए हमेशा से सक्रिय रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवसर को चुनौती के साथ स्वीकार कर वे संगठन के निर्देशों का पालन करते रहेंगे।
श्री नेताम ने उस समय ये भी कहा था कि भाजपा में स्थानीय इकाई से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं का एक चैनल है। जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को एहसास होना चाहिए कि उनके साथ कोई लीडर भी है और आज जिले के समस्त मंडलों में स्वयं दौरा कर कार्यकर्ताओ से मुखातिब हो रहें हैं इसी बीच ईद का त्यौहार को भी ख्याल में रखकर संदेश भी दिये प्रदेश की जनता के लिए सेहत, तरक्की, खुशहाली और अमन-चैन की दुआ भी किये हैं जो काबिले तारीफ़ है जिसे मुस्लिम वर्ग के लोगों ने ख़ूब सराहा है और कल रामानुजगंज भाजपा कार्यालय में बैठक बाद संभवतः रामानुजगंज में ही स्थित एक गरीब मुस्लिम वर्ग के पत्रकार के कुटिया में जा कर मीठी सेवयी सहित बच्चों को आशीर्वाद देकर यह संदेश देंगे की वो हैं सनावल का लाल जो रखते हैं सभी का ख्याल।