कोरिया / हमारे समाज में मां बाप के ऊपर भी गुरु का दर्जा होता है और जिन गुरुजनों के ऊपर नौनिहाल बच्चों के भविष्य को संवारने का दायित्व होता है। यदि यह गुरू अपने कर्तव्य के विपरीत हैवानियत का रूप धारण कर बच्चों से विभक्त तरीके से पेश आएं तो उन बच्चों का भविष्य किस प्रकार उज्जवल होगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं।
ताजा मामले में मामूली सी बात पर एक शिक्षक ने तीन बच्चों को एक कमरे में बंद कर अधमरा होते तक बुरी क़दर से पीटा। इतना ही नहीं बच्चों को पीटने के बाद शिक्षक ने उन्हें यह धमकी भी दी कि यदि इस घटना की जानकारी किसी को दोगे तो मैं कार से घसीट कर मारुंगा।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा सातवीं के पीयूष कुमार पिता सुरेश, आयुष पिता स्वर्गीय अभय और उमेश सिंह मरकाम पिता भगवान सिंह रविवार की रात्रि विद्यालय परिसर में बिजली गुल होने की वजह से प्रांगण में खेल रहे थे। इसी बीच वहां खड़ी एक शिक्षक बी पी गुप्ता की कार में मामूली रूप से बच्चों से स्क्रैच लग गया व नंबर प्लेट टूट गई। जिसकी जानकारी किसी बच्चे ने बुधवार को उक्त शिक्षक को दे दी। जिसके बाद बुधवार को दोपहर भोजन अवकाश के बाद बीपी गुप्ता तीनों बच्चों को मारते-पीटते परिसर में बने अपने आवास में ले गया और वहां उन तीनों बच्चों को लाठी व बेल्ट से जमकर मारा इतना ही नहीं उसने पीयूष और आयुष को उठाकर पटक दिया। तीनों बच्चों के शरीर में चोट के काफी निशान बन गए हैं। उसके बाद उक्त हैवान शिक्षक ने तीनों बच्चों को कमरे में बंद कर दिया। लगभग 3 घंटे बच्चों को उक्त शिक्षक ने कमरे में बंद कर रखा। बाहर आने के इसी बीच उन बच्चों में से एक ने अपने पिता को मोबाइल से फोन लगा कर इसकी जानकारी दी। जिसके बाद अभिभावक फौरन नवोदय विद्यालय पहुंच गए और उन्होंने वहां जमकर हंगामा मचाया। इसके बाद बच्चे सामने आए और प्रभारी प्राचार्य ज्ञानप्रकाश खेस उन्हें सिटी कोतवाली लेकर आए। जहां पुलिस ने तीनो बच्चों का डॉक्टरी मुलाहिजा भी कराया।
बच्चों ने यह भी बताया कि हैवान शिक्षक बीपी गुप्ता के साथ जीयूत कुमार चक्रवर्ती शिक्षक ने भी उनके साथ मारपीट की है। पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी विडंबना यह है कि एक बच्चा आयुष अनाथ है उसके पिता नहीं है वही साथ है शिक्षकों ने यह बताया कि आरोपी शिक्षक भैयाथान का निवासी है और हाल ही में आया है काफी गुस्से वाला शिक्षक है।
फिलहाल नवोदय प्रबंधन मामले को निपटाने की कोशिश कर रहा है।
इस पूरे मामले में जब प्राचार्य श्रीनिवास राव से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मैं मीटिंग में रायपुर आया हूं लेकिन मुझे घटना की जानकारी फोन से मिल गई है उक्त दोनों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
