रायपुर / स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत देश में किए गए कार्यों का वृहद मूल्यांकन केन्द्र सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर रेंडम सर्वेक्षण कर किया जाएगा। देश के विभिन्न जिलों एवं राज्यों की स्वच्छता के आंकलन के आधार पर उस राज्य और जिलों की स्वच्छता रैंकिंग तय की जाएगी। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ में भी एक अगस्त से 31 अगस्त 2018 तक प्रदेश के विभिन्न गांवों में रैंडम आधार पर जिसमें प्रत्येक जिले के औसतन 10 गांवों को शामिल किया जाएगा।
इस सर्वेच्छण में सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, धार्मिक स्थल और हाट बाजार इत्यादि स्थानों पर शौचालय की उपलब्धता, कूड़ा-करकट तथा गन्दे पानी का जमाव की स्थिति का आंकलन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ग्रामीणों से चर्चा एवं मोबाइल एप के माध्यम से भी स्वच्छता संबंधी फीडबैक लिया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ में 02 अक्टूबर 2014 से अब तक इस योजना के तहत 33 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है। योजना के तहत प्रदेश के सभी 27 जिलों के 10 हजार 971 ग्राम पंचायतों में से 10 हजार 725 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) ग्राम पंचायत किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश को 02 अक्टूबर 2019 तक सम्पूर्ण राष्ट्र को खुले में शौच की प्रथा से मुक्त कराने के लिए दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की गई थी। इसी परिपेक्ष्य में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 02 अक्टूबर 2019 के एक साल पहले ही 02 अक्टूबर 2018 तक छत्तीसगढ़ को खुले में शौच की प्रथा से मुक्त करने की घोषणा की है।
