कोरिया पटना / दूसरे चरण के अटल विकास यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। इसी तारतम्भ में प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह का 18 सितम्बर को कोरिया आगमन होना तय किया गया है। इन सब बातों के मध्य मजेदार बात तो यह है कि रनई में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के आगमन पर हेलीपेड के लिए भूमि नहीं मिल रही थी जिस वजह से हेलीपेड के लिये रनई ग्राम को छोड़ अब जिला प्रशासन ने चिरगुड़ा के निजी भूमि के खेत पर हेलीपेड बना दिया है। जहां से विकास यात्रा का शुभारंभ होगा।
आपको बता दे कि ग्राम रनई में जगह न मिलने पर निजी भूमि पर हेलीपेड़ की व्यवस्था जिला प्रशासन को बनानी पड़ी क्योंकि उसके अलावा हेलीपेड़ के लिये और कोई जगह कहीं नहीं था। फिर कार्यक्रम को पटना करना पड़ता। इस वजह से जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रभावित न हो इसी वजह से चिरगुड़ा पंचायत के एक व्यक्ति के निजी भूमि या यूं कहें कि खेत पर कार्यक्रम स्थल व हेलीपेड बनवा दिया गया।
निजी भूमि पर बना दिया सड़क – कार्यक्रम स्थल से नेशनल हाईवे सड़क तक आने जाने के लिये 100 मी. बीच खेत में सड़क बना दिया गया। ताकि कार्यक्रम स्थल तक गाड़ी आ जा सके। आष्चर्य की बात तो यह है कि सड़क बनाने के लिये ग्रामीण कई आवेदन करते है, पर समय पर कोई सुनवाई नहीं होता। इसके विपरीत प्रदेश मुखिया के आगमन पर खेत मे सड़क बनाया जाना, जहां सड़क की जरूरत नहीं वहां भी सड़क का निर्माण हो जाना बेहद हास्यप्रद है। खैर कुछ समय के इस कार्यक्रम के बाद अब इस सड़क को हटाने में भूस्वामी को पसीना छूट जायेगा।
3 दिन में सबकुछ चकाचक दिखाने में लगा – रनई से लेकर बैकुन्ठपुर के बीच सबकुछ ठीक ठाक रहे इसलिये अधिकारी लगातार दौरा कर रहे है। बिजली के झूलते हुये तार जो काफी सालों से झूल रहे थे वो ऊपर हो गये। वहीं नेशनल हाईवे 43 बस स्टैण्ड पटना के समीप वर्षो पुराना पीपल का वृक्ष विकास रथ के लिये रोड़ा साबित सकता है। सड़क के बीचो – बीच पुल बनाने के लिये छोड़ा गया था, वह भी बराबर कर दिया गया। आदर्ष चौक पटना में दिनभर पानी जमा रहता था उस गढ्ढे को भी बराबर कर दिया गया। वहीं नेशनल हाईवे के बगल में शासकीय स्कूल अस्पताल, बिल्डींग, बांउड्री सभी का रंग रोगन कर उसे चमका दिया गया। बंद पड़े वाटर एटीएम भी चालू हो गये, जबकि ये सभी कार्य काफी समय से लचर व्यवस्था में थे। जो मुख्यमंत्री के आगमन से सुधर रहे है। लोगों का कहना है कि इसी प्रकार हर साल मुख्यमंत्री हर क्षेत्र का दौरा करते रहे ताकि व्यवस्थाएं सुदृढ़ होती रहे जबकि अधिकारी के भरोसे व्यवस्थाऐं सुधरने से रही।