सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा, ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ अब दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बन गई है। अब दूसरे स्थान पर चीन में स्प्रिंग टेंपल में बुद्ध की मूर्ति है। इस मूर्ति की ऊंचाई 153 मीटर है।
स्टैचू ऑफ यूनिटी का कुल वजन 1700 टन है जो इसे अपने आप में एक अनूठी प्रथमा बनाता है। इसके पैर की ऊंचाई 80 फीट, हाथ की ऊंचाई 70 फीट, कंधे की ऊंचाई 140 फीट तथा चेहरे की ऊंचाई 70 फीट है। स्टैचू ऑफ यूनिटी, सरदार वल्लभ भाई की यह प्रतिमा सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर है।
इस प्रतिमा का निर्माण विश्वविख्यात शिल्पकार राम वी सुतार की देखरेख में पूरा हुआ है। राम जी सुतार को 2016 में सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित भी किया गया था। 1999 में इन्हें सरकार द्वारा पद्मश्री भी दिया जा चुका है। साथ ही साथ इन्हें बॉम्बे आर्ट सोसायटी के लाइफटाइम अचीवमेंट समेत कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है।
अब तक दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होने का खिताब चीन में स्थित स्प्रिंग टेंपल की 153 मीटर ऊंची बुद्ध प्रतिमा के नाम पर था। लेकिन अब सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा ने इसे दूसरे स्थान पर ला दिया है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा, न्यूयॉर्क स्थित 93 मीटर ऊंची स्टैचू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना है।
इस प्रतिमा को लार्सन एंड टर्बो कंपनी द्वारा बनाया गया है और साथ ही साथ किस कंपनी ने यह दावा भी किया है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा है जो सिर्फ 33 माह के रिकॉर्ड कम समय में बनकर तैयार भी हुई है। चीन के स्प्रिंग टेंपल में स्थित बुद्ध की मूर्ति के निर्माण में 11 साल का वक्त लगा था।
स्टैचू ऑफ यूनिटी को बनाने का कुल खर्चा 2889 करोड़ रुपए है। लार्सन एंड टर्बो के अनुसार केवल कांसे की परत चढ़ाने के आंशिक कार्य को हटाकर बाकी सभी कार्य देश में ही हुआ है।
इस प्रतिमा को बनाने वाली कंपनी लार्सन एंड टर्बो के अनुसार रैफ्ट निर्माण का वास्तविक कार्य 19 दिसंबर 2015 में शुरू हुआ था और महज 33 माह के समय में इसे पूरा भी कर लिया गया है।
यदि हम बात करें सरदार पटेल की मुख्य प्रतिमा को बनाने में आए खर्च के तो यह राशि 1347 करोड रुपए है। जबकि 235 करोड रुपए सभागार केंद्र और प्रदर्शनी हॉल पर खर्च किए गए हैं। साथ ही साथ 657 करोड़ रुपए निर्माण कार्य के पूरे होने के बाद अगले 15 साल तक ढांचे की सुरक्षा व रखरखाव पर खर्च किए जाएंगे। 83 करोड़ की राशि का खर्च पुल के निर्माण पर आया है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण दुबई स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इमारत ‘बुर्ज खलीफा’ के निर्माण में शामिल रही कंपनी टर्नर कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है, इस प्रतिमा का निर्माण इस्पात के फ्रेम, प्रबलित सीमेण्ट कंक्रीट और काँसे की पर्त चढ़ाकर किया जा रहा है, इस प्रतिमा को बनाने के लिये लोहा पूरे भारत के गाँव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार हो चुके औजारों का संग्रह करके जुटाया गया है, सरदार बल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट ने इस कार्य हेतु पूरे भारतवर्ष में 36 कार्यालय खोले हैं
31 अक्टूबर 2018, सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर इस प्रतिमा का उद्घाटन किया गया है।