00 पार्टी ने दी भूपेश सरकार को नसीहत इस बैराज की दरार मे हिस्सेदार ना बने भागीदार को बेनकाब करे*।
00 कई गाँववासी इस टूटते बैराज से मौत के मुहाने पर लेकिन सरकार इसे सफल बताने की तैयारी मे*।
00 7 सदस्यों की जाँच कमेटी करेगी हर पहलू की जाँच, रिपोर्ट जनता के सामने रखेगी जोगी काँग्रेस*।
00 गलती पाए जाने पर जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने उच्च न्यायालय की शरण भी लेनी पडी तो नही करेंगे गुरेज़
बिलासपुर / अरपा भैसाझार परियोजना कोटा तखतपुर और बिल्हा विकासखण्ड के 92 ग्रामो को चिन्हन्कीत 606 करोड की लागत से 25000 हेक्टेयर ज़मीन को पानी उपलब्ध करने हेतू शुरु की गई थी।
परियोजना के मुल्त रुप लेने के पुर्व से ही अरपा भैसाझार परियोजना मे भ्रस्टाचार का जिन्न समय समय पर बाहर आता रहा है। किन्तु 2019 मे परियोजना के अंतर्गत किसानो को पानी देने की शुरुआत के पुर्व ही बैराज की दीवाल मे बड़ी सी दरार ने इसे जग जाहिर कर दिया। जिसे छुपाने विभाग और सरकार लगातार प्रयासरत देखे जा रहे हैं। जल संसाधन मंत्री द्वारा भी निरक्षण उपरांत जाँच की बात और परियोजना की तारिफ ने कही ना कही पुरानी ही परिपाठी की पुर्नावृती होने की ओर संकेत दिया है जिसमे पेरियोजना मे हूए व्यापक भ्रस्टाचार को अंत मे दबा दिया जाएगा। लेकिन 30.2 मेट्रिक टन के जल भराव को सहेजे हूए बेराज के डूबन क्षेत्र मे आने वाले तमाम गाँववासी अनहोनी की आशंका के बिच मौत के मुहाने पर जिन्दगी काटने पर मजबूर हैं। जिनकी सुध लेना छोड भुपेश सरकार के जल संसाधन मंत्री ने वृक्षारोपण कार्यक्रम मे फोटो किछ्वा कर वहाँ से जाना ज्यादा मुनासिब समझा। जनता की जान माल के प्रती असंवेदनशील सरकार को इस ओर जागरुक करने जनता काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेने मुख्यमन्त्री एवं मंत्री महोदय को ट्विट किया है।
CM को ट्विट करने के पश्चात अमित जोगी ने बिलासपुर जिला कार्यकारणी को इसपर जाँजदल गठित करने निर्देशित किया। जिसपर जिलाध्यक्ष श्री ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी ने जिला कार्यकारी अध्यक्ष विक्रांत तिवारी की अध्यक्षता मे एक जाँच दल गठित किया जिसमे उक्त क्षेत्र के सरपंच, जनपद सदस्यो और जनप्रतिनिधियो को शामिल कर अरपा भैसाझार की दरार और करार की जाँच करने की जवाबदारी दी गई है।
जनता काँग्रेस ने ब्यान जारी करते हूए कहा हम पहले भी इस परियोजना मे हो रहे भारी भ्रस्टाचार के मुद्दे को उठाते रहे हैं, किन्तु पिछ्ली सरकार मे बैठे एक शक्तिशाली मंत्री का ठेकेदार को वर्धास्त प्राप्त होने की वजह से कभी इसकी जाँच नही की गई। इस नई भूपेश सरकार द्वारा सधा हुआ ब्यान फ़िर वही होने की ओर इशारा कर्ता हैं। हम सरकार को ये नसीहत देना चाहते हैं वो की बैराज की दरार मे हिस्सेदार बनने की बजाए इसमे हूए भ्रष्टाचार के जिम्मेदारों को बेनक़ाब करें जो जनहित मे है।
जिलाध्यक द्वारा बनाए जाँच दल मे कार्यकारी अध्यक्ष और इंजीनियर विक्रांत तिवारी को (अध्यक्ष) एवं सदस्य के रुप मे – संजय जायसवाल(रतनपुर) बृजभान सिंह (बछालीखुर्द), अश्वनी धुर्वे(सरपंच,भैसाझार), संतराम मरावी (पुर्व जनपद सदस्य,जोगिपुर कोटा), पुरषोत्तम भिन्झ्वार(सरपंच, सिल्दह), विश्राम सूर्यवंशी(काठाकोनी,तखतपुर) शामिल हैं।
जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी ने कहा की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार सभी पहलुओं कि जाँच की जाएगी। शीघ्र ही जाँच दल मौका मुआयना करने रवाना होगा, तीनो विकासखण्डो मे इसकी जाँच की जाएगी। और जाँच रेपोर्ट जनता के सामने रखी जाएगी। जनता कांग्रेस की ये प्रतिबाध्ता है की जन समान्य को किसी भी प्रकार की कोई हानी ना पहुंचे। अगर ऐसी कोई गलती सामने आती है तो जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हम उच्च न्यायालय की शरण मे जाने मे भी संकोच नही करेंगे।