कोरिया / बैकुण्ठपुर एसईसीएल के उप क्षेत्र झिलमिली कोयला खदान में रूफ फॉल ( खदान की छत धसकने ) के बाद दो श्रमिकों की मौत हो गई है। घटना सुबह लगभग 4 बजे की बताई जा रही है। दोनों श्रमिकों के शव को घटना के 8 घण्टे बाद रेस्क्यू कर निकाला गया और पंचनामा कर पी.एम. के लिए पटना अस्पताल भेजा गया है।
बता दे कि बैकुण्ठपुर SECL की यह भूमिगत खदान है । जंहा मंगलवार की सुबह लगभग 4 बजे घटना ज़मीन के भीतर तीन किलोमीटर में हुआ है। घटना कोयले खदान का रूफ फॉल गिरने से हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और लोगो की भीड़ खदान के मुहाने में जुटने लगी।
गौर करने वाली बात है कि परिजनों को एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा घटना की कोई सूचना नही दी गई थी। ना ही परिजनों से कोई भी अधिकारी ने मुलाकात किया था।
घटना के लगभग 8 घंटे बाद शव को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया । शव बाहर आते ही परिजनों ने शव दिखाने, मुआवजा और पंचनामा घटना स्थान पर करने की बात कही। लेकिन एसईसीएल प्रबंधन ने पंचनामा हॉस्पिटल में करने की बात कह रहा था। इस बात पर परिजनो का पुलिस और प्रबंधन से जमकर विवाद शुरू हो गया । काफी समझने के बाद परिजनों को मनाया गया ।
गौरतलब है कि रेस्क्यू टीम के साथ बैकुंठपुर जी.एम. ए के नागाचारी भी घटना स्थल मुहाने के भीतर तक गये और दोनो मजदूरों बॉडी रेस्क्यू कराया।
इस बारे में जब हमने जी.एम. से बात की तो उन्होंने बताया कि दो लोगो की बॉडी रिकवर कर ली गई है। साथ यह भी देखा गया कि कोई और व्यक्ति फसा तो नही है । हम अभी भी और भी रेस्क्यू टीम भेज रहे है और खदान के सर्च करवा रहे है ।
जिन श्रमिकों की मौत हुई है उनमें रुप नारायण और अख्तर हुसैन के नाम शामिल हैं।
इससे पहले कोरिया कलेक्टर डोमेन सिंह और एस पी कोरिया विवेक शुक्ला ने खदान के बाहर परिजनों और एसईसीएल अधिकारियों से मुलाकात कर घटना की जानकारी थी।
एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधक ए के नागाचारी ने बताया कि एसईसीएल के नियमानुसार श्रमिकों के परिजनों को मुआवजा राशि दी जाएगी।