कोरिया / स्थानीय हनुमान मंदिर के समीप मुख्य मार्ग में चरचा कालरी प्रबंधन द्वारा लगाए गए बोर्ड से नागरिकों में दहशत का माहौल है।
कालरी प्रबंधन द्वारा बोर्ड में उल्लेखित किया गया है कि यह टावर छतिग्रस्त है वह कभी भी गिर सकता है इसके आसपास बैठना व रहना सख्त मना है यदि किसी तरह की अवांछित घटना होती है तो स्वयं जिम्मेदार होंगे।
विदित हो कि आज से लगभग 40 साल पूर्व तत्कालीन कालरी प्रबंधन द्वारा मुख्य मार्ग में श्रम वीर स्टेडियम के सामने विशालकाय टावर लगाया गया था। इसमें लगी लाइटें दूर से ही चरचा कालरी क्षेत्र का एहसास दिलाती है और यह टावर चरचा की पहचान बन चुका है। गति नियंत्रण हेतु इस टावर के दोनों तरफ से आने जाने हेतु अलग-अलग रास्ते बने हुए हैं टावर के चारों तरफ काफी संख्या में दुकानें लगती हैं जिसमें सदैव भारी भीड़ बनी रहती है इसके अतिरिक्त नवरात्रि के अवसर पर चरचा कालरी सहित आसपास के ग्रामों के हजारों की संख्या में भक्तजन कालरी प्रबंधन के द्वारा कराए जाने वाले सार्वजनिक दुर्गा पूजा स्थल पर जोकि टावर से मात्र 10 मीटर की दूरी पर है उपस्थित रहते हैं। इस स्थल पर अप्रिय स्थिति होने या टावर की दुर्घटना ग्रस्त होने पर हजारो लोगों को क्षति पहुंचने की पूरी संभावना है यह जानते हुए भी प्रबंधन द्वारा अपना पल्ला झाड़ने की कवायद में मात्र बोर्ड लगा दिया हैं।
प्रबंधन को यह भी मालूम है कि चरचा कालरी में हजारों की संख्या में कालरी कर्मचारी व उनके परिजन रहते हैं जो प्रतिदिन टावर के समीप उसी रास्ते से ड्यूटी व अन्य कार्य हेतु आना-जाना करते हैं। दुर्घटना की स्थिति में ज्यादा नुकसान उन्हीं का होगा संज्ञान होने के बावजूद कालरी प्रबंधन द्वारा न तो टावर में सुधार कार्य कराया गया और ना ही टावर को हटाने की कोशिश की गई जो कि बेहद सोचनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है।
नगरपालिका भी उदासीन – कालरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थलों के देखरेख की जिम्मेदारी कालरी प्रबंधन व नगरपालिका प्रशासन की है। बावजूद इसके कोई पहल अभी तक नहीं की गई जबकि दोनों ही संस्थाओं के जिम्मेदार अधिकारी स्थिति से अवगत हैं। कालरी प्रबंधन के द्वारा बोर्ड लगाकर आंखें बंद कर ली गई हैं, वहीं पालिका प्रशासन मौन धारण किए हुए हैं इन्हें इंतजार है कि अप्रिय घटना घटे और ये नींद से जागे।
गौरतलब है कि गत दिवस चरचा थाने में ए. एस .पैकरा एसडीएम बैकुंठपुर की अध्यक्षता में हुई शांति समिति की बैठक में भी स्थानीय वरिष्ठ नागरिक नीरज गुप्ता ने क्षतिग्रस्त टावर के मुद्दे को सामने रखते हुए जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी। नीरज गुप्ता ने पूर्व सह क्षेत्र प्रबंधक व पूर्व नगरपालिका अधिकारी से भी टावर सुधार की मांग की थी। प्रयास के क्रम में वर्तमान सह क्षेत्र प्रबंधक ने भी कार्रवाई का आश्वासन दिया। किंतु अत्यंत गंभीर इस प्रकार के प्रकरण में कार्यवाही कब होगी यह तो भविष्य के गर्त में है।
मैंने अभी-अभी यहां जॉइनिंग ली है पूरी जानकारी नहीं है किंतु यह गंभीर मामला है तत्काल कार्यवाही करेंगे।
के . मेरे, सह क्षेत्र प्रबंधक. चरचा आरो.
पालिका अध्यक्ष के द्वारा टावर की मरम्मत व सौंदर्यीकरण की बात कही गई है शीघ्र ही जांच कर कार्य प्रारंभ करेंगे।
राकेश शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नगरपालिका शिवपुर चर्चा