कोरिया / जिला मुख्यालय के हृदय स्थल प्रेमाबाग कालोनी के बीच मे शासकीय हेचरी स्थापित है, जिसमे की पिछले वर्ष वायरस के कारण भारी मात्रा में चूजों व अंडों को नष्ट किया गया था। शासन द्वारा इस हेचरी को तत्काल प्रभाव से बन्द किया गया था, लेकिन अब उसे पुनः शुरू करने की जानकारी मिल रही है, लेकिन यह जनभावनाओं के विपरीत है, जनता के हित में अगर सड़क पर भी उतरना पड़ा तो देवरहा सेवा समिति इसके लिए तैयार है।
उक्त जानकारी देते हुए देवरहा सेवा समिति के अध्यक्ष शैलू शिवहरे ने कहा कि खतरे को देखते हुए ही पिछले साल हेचरी बन्द किया गया है,वास्तव में यह हेचरी शहर के मध्य में नही होना चाहिए। पिछले वर्ष खतरे को देखते हुए नागरिक आज भी भयभीत हैं,पिछले साल इस कदर यहां बीमारी फैली थी कि शहर के सभी मीट, मटन,अंडा दुकानों को बंद किया गया था।
इस हेचरी से लगे हुए प्रेमाबाग में अनेकों मंदिर,रहवासी कॉलोनी, बच्चो के लिए पार्क, गुरुद्वारा, बस स्टैंड आदि सब हैं जहां नागरिक बड़ी संख्या में आना जाना करते हैं अब यदि हेचरी पुनः शुरू की जाती है तो यह नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ होगा। श्री शिवहरे ने प्रशासन से मांग किया है कि इस हेचरी को यहां न शुरू किया जाए बल्कि अब इसे शहर के बाहर स्थापित करने की कार्यवाही की जाए।
देवरहा सेवा समिति के अध्यक्ष ने कहा कि समिति द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्तमान मे स्थानीय विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों,सामाजिक,व्यापारिक संगठनों, राजनैतिक दलों व आमजनों से आम राय ली जाएगी तथा उनसे इस गंभीर समस्या के बारे में स्थायी हल निकालने की चर्चा की जाएगी,साथ ही सभी को साथ लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौपा जाएगा।
श्री शिवहरे ने कहा कि हेचरी को शुरू करना नागरिकों के हित मे नही है, अगर प्रशासन हमारी मांग को नही सुनता है तो आंदोलन के लिए भी समिति बाध्य होगी।