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रॉयलिटी क्लियरेंस फर्जीवाड़े में ठेकेदारों को नोटिस जारी, 7 दिनों में मांगा जवाब

कोरिया जिले में रॉयलिटी क्लियरेंस फर्जीवाड़े में चिरमिरी नगर निगम आयुक्त ने 40 ठेकेदारों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।

आपको बता दे कि जिले में रॉयलिटी चोरी का खुलासा होने के बाद यह मामला चर्चित बना हुआ है। इससे पहले खनिज विभाग ने रॉयलिटी में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। चिरमिरी नगर निगम, चिरमिरी एसईसीएल को नोटिस देते हुए बीतेेे साल जनवरी 2019 से सितंबर 2020 किए क्षेत्रांर्गत विभिन्न निर्माण कार्यो की माइंनिंग से क्लीयरेंस सर्टिफिकेट मांगी गई थी। जिसमे चिरमिरी निगम के 100 माइंनिंग से क्लीयरेंस सर्टिफिकेट में से 93 माइंनिंग क्लीयरेंस के मामले फर्जी मिले है। चिरमिरी नगर निगम में जिला माइंनिंग विभाग का फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर कांट्रेक्टरों ने करोड़ो रूपए की गड़बड़ी के मामले को अंजाम दे दिया था। लेकिन मामला खुलासा होने के 15 दिन बाद भी मामले की शिकायत अब तक पुलिस से नहीं की है। चिरमिरी निगम केे अधिकारी व चिरमिरी एसईसीएल केे अधिकारी समेत ठेकेदार में हड़कम्प मचा हुआ है।

बता दें कि सौ में 93 प्रकरण की जांच फर्जी पाई गई है। लेकिन मामला खुलासा होने के अब तक इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की गई है। विभाग स्वतः ही जांच कर मामले को निपटाने के प्रयास में नजर आ रहा है।

कई वर्षों से एसईसीएल, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी में काम करने वाले ठेकेदार रॉयलिटी का भुगतान नहीं कर रहे थे, इससे राज्य शासन को करोड़ो रुपए नुकसान की आशंका बनी हुई है।

अब चिरमिरी नगर नियम आयुक्त ने ठेकेदारों को फर्जी माइनिंग क्लीयरेंस सर्टिफिकेट के मामले में नोटिस जारी किया है। इनसे 7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण करके जवाब मांगा गया है।

गौर करने वाली बात यह है कि खनिज विभाग जनवरी 2019 से सितंबर 2020 तक किए गए निगम क्षेत्रांर्गत विभिन्न निर्माण कार्यो के माइंनिंग क्लीयरेंस की केवल जांच कर रही है।

बहरहाल देखना यह हैं कि कब तक रॉयलिटी क्लियरेंस फर्जीवाड़े में चिरमिरी के ठेकेदारों के ऊपर FIR दर्ज होता हैं और किसके पहल पर होता हैं।

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