कोरिया / विकास खंड भरतपुर के अंतर्गत ग्राम उचेहरा निवासी नंदलाल बैगा ग्रामीण के यहां सैकड़ों वर्ष पुरानी भगवान की खंडित मूर्ति पाए जाने से लोगों में उत्सुकता और रोमांच देखा गया।
आपको बता दे कि नंदलाल घर बनाने के लिए मिट्टी की खुदाई कर रहे थे, कुछ गहरी खुदाई करने के बाद उन्होंने देखा कि पत्थर का बना पैर जैसा कुछ मिट्टी के नीचे दबा पड़ा हुआ था। उसे उन्होंने उठा लिया तो देखा कि यह पत्थरों का बना हुआ अति प्राचीन पैर है। उत्सुकताबश वहां उपस्थित अन्य लोगों ने और नीचे तक खुदाई करके यह देखने का प्रयास किया कि नीचे और कुछ तो नहीं है। खुदाई किए जाने के बाद बुद्ध भगवान का पूरा चेहरा मिला जो पत्थरों का बना हुआ था। खंडित मूर्ति पाए जाने से खुदाई कर रहे लोग आश्चर्यचकित हो उठे।
मूर्ति मिलने की सूचना पर गांव के तमाम लोग इकट्ठा हो गए। खुदाई कर रहे नंदलाल बैगा खंडित मूर्तियों के टुकड़ों को वहीं पर उन्होंने उसे स्थापित किया है। खुदाई में निकली हुई ज्यादातर मूर्ति भगवान बुद्ध की है इसलिए वहां के लोगों का कहना है कि किसी काल में यहां बुध धर्म के मानने वाले लोग रहते होंगे। अब जो भी हो यह तो जब पुरातत्व विभाग की टीम जांच करेगी तभी पता चल पाएगा कि यहां से निकलने वाली मूर्ति कौन से जमाने की है।
वही मकान बनाने वाले का कहना है कि यह जगह में बहुत मात्रा में मूर्ति निकली है जिसके कारण अब उस जगह में खुदाई बंद कर दिया गया है।