बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बिलासपुर प्रवास के दौरान कहा मैं नहीं दूंगा इस्तीफा। दरअसल स्वास्थ्य मंत्री का ये बयान उस वक्त आया जब बिलासपुर प्रवास के दौरान उनसे पूछा गया कि आखिरकार पूर्व मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने किसानों के साथ किए गए वादाखिलाफी के एवज में मुख्यमंत्री सहित तमाम मंत्रियों से इस्तीफा मांगा है।
इस पर पलटवार करते हुए टीएस सिंह देव ने यह साफ कर दिया कि किस तरह से केंद्र सरकार ने राज्य के साथ किए गए वादों को लगातार नज़र अंदाज किया है। मंत्री टीएस सिंह देव ने अपने बेबाक अंदाज में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को याद दिलाया कि, कांग्रेस से इस्तीफा मांगने से पहले उन्हें केंद्र सरकार के इन वादों को भी याद कर लेना चाहिए।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल ने नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के तमाम मंत्रियों से इस्तीफा मांगा है उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को याद दिलाया कि 30 दिसंबर तक किसानों को बोनस की राशि नहीं मिलने पर किस तरह से इस्तीफा दिए जाने की बात कही गई थी और नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए पूर्व मंत्री के इस बयान पर मौजूदा कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने पलटवार किया है उन्हें याद दिलाया कि किस तरह से केंद्र सरकार ने पिछले साल टैक्सेस के तकरीबन 5,808 करोड रुपए नहीं दिए हैं वहीं इस साल 7,733 करोड़ दिए जाने हैं इसके अलावा राज्य सरकार के तकरीबन 41% टैक्स जो कि 26,800 करोड रुपए हैं इसका भी भुगतान नहीं हुआ है इसके अलावा अर्धसैनिक बल जोकि कई सालों से छत्तीसगढ़ में रह रहे हैं उनके वेतन का तकरीबन 14,000 करोड रुपए अब तक केंद्र सरकार ने नहीं दिया है। इन सबके अलावा मंत्री टी एस सिंह देव ने कोयले की नीलामी का मुद्दा उठाया और बताया कि किस तरह से प्रतीक जनरल डी के नाम पर ₹294 राज्य सरकार को मिलने थे जो कि अब तक नहीं मिल पाया है यह राशि भी तकरीबन 4000 करोड रुपए है बेहतर होता कि पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल इस्तीफा मांगने से पहले इस पर भी कुछ कर पाते।
मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि मैं तो इस्तीफा नहीं दे रहा हूं और मेरी मंशा जो थी, वो स्पष्ट थी, नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि सरकार की मंशा ही नहीं है किसान को पैसे देने की ऐसे में मैंने ऐसा कहा था, यह मास्टर देने की बात थी यह माना जा रहा था कि किसानों को साल भर पैसे की जरूरत रहती है एक विकल्प यह था 5700 करोड रुपए आप दे दीजिए जो अतिरिक्त राशि है आपके धान खरीदी के अतिरिक्त जो राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से उपलब्ध कराई जानी थी। लेकिन किसानों को पूरे साल पैसे की दरकार होती है लिहाजा उन्हें यह पैसे किस्त में दिए जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी के पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल यह भी देखना चाहिए कि पिछले साल केंद्र सरकार ने बजट में टैक्स एस के पिछले साल 5,808 करोड रुपए नहीं दिए गए हैं इस साल बजट के 7,733 का रोड रुपए अब तक नहीं मिल पाए हैं इसके अलावा राज्य सरकार का 41% टैक्स चौकी तकरीबन 26800 करोड रुपए का है वह भी नहीं मिला है इतना ही नहीं और सैनिक बस के वेतन के रूप में मिलने वाली रकम 14000 करोड रुपए बकाया है। कोयले की नीलामी के दौरान केंद्र सरकार ने कहा था रॉयल्टी के रूप में राज्य सरकार को ₹294 प्रति टन मिलना चाहिए जो करीबन 4000 करोड़ है, यह भी अब तक नहीं मिल पाया है। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को इस्तीफा मांगने से पहले, इस पर भी कुछ कहना चाहिए था।