नई दिल्ली / देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। खासकर देश के बड़े और विकसित राज्यों जैसे मुंबई, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में तो हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। ऐसे में सरकार के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं।
एक तरफ जहां देश में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है, तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने कोरोना वॉरियर्स को मिलने वाली बीमा योजना को वापस ले लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकारों को पत्र भी लिखा है। स्वास्थ्य सचिव ने ये पत्र 24 मार्च को लिखा था, जो अब सामने आया है।
दरअसल, सरकार ने पिछले साल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बीमा योजना शुरू की थी। इसके तहत कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख रुपये तक का बीमा कवर किया गया था। अगर ड्यूटी के दौरान किसी स्वास्थ्यकर्मी की मौत हो जाती है तो उनके परिवार को 50 लाख रुपये तक की सुरक्षा मिलती। 24 मार्च को राज्यों को लिखी चिट्ठी में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लिखा है कि इस बीमा योजना को शुरू में 90 दिन के लिए लागू किया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 24 मार्च 2021 तक कर दिया गया था। उन्होंने लिखा कि कोरोना के इस दौर में इस योजना ने ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के परिवार को राहत देने का काम किया है। इस लेटर में बीमा योजना को बढ़ाने की बात नहीं कही गई है। इसका मतलब हुआ कि 24 मार्च 2021 को ये योजना खत्म हो गई है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया था कि इस योजना के तहत 24 अप्रैल 2021 तक बीमा क्लेम कर सकते हैं।
