संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ की महिला सांसदों छाया वर्मा, फूलोदेवी नेताम के साथ संसद में हुई धक्का मुक्की को बताया निंदनीय
कोरिया / संसद में कांग्रेस के महिला सांसदों के साथ हुए दुर्व्यवहार व धक्कामुक्की की संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अम्बिका सिंहदेव ने निंदा की है। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद में छत्तीसगढ़ की महिला सांसदों छाया वर्मा और फूलोदेवी नेताम के साथ संसद के पुरुष मार्शलों द्वारा की गई धक्का मुक्की व दुर्व्यवहार की निंदा करते हए संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों का विरोध करने पर घेरा महिला सांसदों के साथ धक्कामुक्की की जा रही है। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में महिला सदस्यों का अपमान हो रहा है। महिला सांसद सुरक्षित नहीं हैं। यह संसद और लोकतंत्र का अपमान है। महिला सांसदों पर हो रहा हमला लोकतंत्र पर हमला है। श्रीमती सिंहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार जब महिला सांसदों का संसद में ऐसा अपमान कर रही है तो आम महिला के प्रति इनका कैसा नजरिया होगा। संसदीय सचिव ने केंद्र को जनविरोधी व महिला विरोधी सरकार बताते हुए कहा कि महिला सांसदों के साथ दुर्व्यवहार और धक्कामुक्की कर यह बता दिया है कि सरकार की महिलाओं के प्रति सोच क्या है। महिला सांसदों पर जिस तरह से हमले हुए हैं। यह दर्दनाक है। यह लोकतंत्र पर हमला है। गौरतलब है कि कांग्रेस की महिला सदस्यों छाया वर्मा और फूलो देवी नेताम ने आरोप लगाया है कि पुरुष मार्शलों ने उस वक्त उनके साथ धक्कामुक्की की जब वे आसन के निकट पहुंचकर सरकार का विरोध जता रही थीं।
आवाज दबाने का प्रयास
संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने आम जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया है। संसद में महिला सांसदों को बोलने से रोका जा रहा है उनके साथ धक्का मुक्की की जा रही है। श्रीमती सिंहदेव ने कहा कि जिस देश मे नारी को देवी का दर्जा दिया गया उस देश मे नारी शक्ति, महिला शक्ति के साथ लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में दुव्यर्वहार लोकतंत्र की हत्या है।