गुजरात के मोरबी में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो चुकी है और ये संख्या अभी बढ़ सकती है। गौरतलब है कि मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज टूटने से यहां कई लोग नदी में गिर गए थे। ये हादसा रविवार शाम को हुआ था, जब लोग छठ मना रहे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, केबल पुल पर सैकड़ों लोग मौजूद थे और अचानक ये पुल टूट गया। राहत कार्य के लिए लगातार रेस्क्यू टीम काम कर रही है। घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया जा रहा है। इस मामले में 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मोरबी पुल हादसे में मृतकों के लिए 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह/मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
मोरबी हादसे को लेकर गुजरात के पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा कि पुल का नवीनीकरण और उद्घाटन मोरबी प्रशासन द्वारा किया गया था। इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गुजरात सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। पुराना पुल छोटा था और निजी इस्तेमाल के लिए बनाया गया था, लेकिन पर्यटकों की आवाजाही के लिए इसे जनता के लिए खोल दिया गया था।
मोरबी हादसे को लेकर गुजरात के पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा कि पुल का नवीनीकरण और उद्घाटन मोरबी प्रशासन द्वारा किया गया था। इसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गुजरात सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। पुराना पुल छोटा था और निजी इस्तेमाल के लिए बनाया गया था, लेकिन पर्यटकों की आवाजाही के लिए इसे जनता के लिए खोल दिया गया था।
मोरबी हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही NDRF ने बताया है कि दलदल वाले इलाके में सर्च अभियान जारी है। झूले के नीचे लोगों के फंसे होने की आशंका है। दलदल की वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।