नई दिल्ली:– भारतीय संस्कृति में वृक्षों की पूजा का विशेष महत्व है। वृक्ष न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी शुभ फल प्रदान करते हैं। हिंदू धर्म में विभिन्न वृक्षों की पूजा का वर्णन मिलता है। यह मान्यता है कि प्रत्येक वृक्ष में किसी न किसी देवता का वास होता है, और उनकी पूजा से व्यक्ति को धन, स्वास्थ्य, सुख, और समृद्धि प्राप्त होती है।
पीपल का वृक्ष
पीपल को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से पितृ दोष का निवारण होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शनिवार के दिन पीपल पर जल चढ़ाने और दीपक जलाने से शनि दोष शांत होता है। पीपल के नीचे बैठकर ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है।
तुलसी का पौधा
तुलसी को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इसकी पूजा करने से घर में धन और सुख-शांति बनी रहती है। ज्योतिष के अनुसार, तुलसी की पूजा से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है। तुलसी के पत्ते का सेवन करने से शरीर रोगमुक्त रहता है।
नीम का वृक्ष
नीम को स्वास्थ्य और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। इसकी पूजा से रोग और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे राहु और केतु दोष को शांत करने में सहायक माना गया है। नीम के पत्तों का उपयोग औषधि के रूप में भी होता है।
आम का वृक्ष
आम के वृक्ष को पवित्र और शुभ माना गया है। इसकी पूजा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आम के पत्तों को पूजा में इस्तेमाल करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
आंवले का वृक्ष
आंवले के वृक्ष को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का प्रिय माना जाता है। कार्तिक और अगहन माह में आंवले की पूजा करने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं। आंवले के फल का सेवन शरीर को स्वस्थ और दीर्घायु बनाता है।
बेल का वृक्ष
बेल के वृक्ष को भगवान शिव का प्रिय माना गया है। इसकी पूजा से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है और घर से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। ज्योतिष में बेलपत्र अर्पित करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं।
केले का वृक्ष
केले के वृक्ष को भगवान विष्णु और बृहस्पति ग्रह का प्रतीक माना गया है। इसकी पूजा से विवाह संबंधी समस्याओं का निवारण होता है। बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
बरगद का वृक्ष
बरगद का वृक्ष दीर्घायु और समृद्धि का प्रतीक है। वट सावित्री व्रत में इसकी पूजा से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। यह वृक्ष सूर्य और शुक्र ग्रह को मजबूत करने में सहायक माना जाता है।
शमी का वृक्ष
शमी का वृक्ष भगवान शिव और शनि देव को प्रिय है। दशहरे के दिन इसकी पूजा से शत्रुओं का नाश होता है और शनि की दशा में राहत मिलती है।
अशोक का वृक्ष
अशोक का वृक्ष दुःख हरने वाला माना जाता है। इसकी पूजा से घर में सुख-शांति और संतोष का वातावरण बनता है। ज्योतिष में इसे मंगल ग्रह को मजबूत करने वाला बताया गया है।