नागपुर, 18 मार्च: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार देर रात दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया। झड़पों के दौरान उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया, कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और दुकानों में तोड़फोड़ की। हालात काबू में करने पहुंची पुलिस पर भी हमला किया गया, जिसमें तकरीबन 15 पुलिसकर्मियों समेत करीब 20 लोग घायल हो गए। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया और अब तक 34 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

कैसे भड़की हिंसा?
सोमवार शाम करीब 7:30 बजे नागपुर के महाल इलाके में हिंदू संगठनों द्वारा मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने औरंगजेब का पुतला जलाया। इसी बीच अफवाह फैली कि प्रदर्शन के दौरान एक धार्मिक ग्रंथ का अपमान किया गया है। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने विरोध जताया, जिससे झड़प शुरू हो गई।
देखते ही देखते हंसपुरी इलाके में भी हिंसा भड़क उठी। कुछ ही घंटों में उपद्रवियों ने सड़कों पर खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया, कई दुकानों में तोड़फोड़ की और पुलिस बल पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, हिंसा इतनी तेजी से फैली कि पुलिस को हालात संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

पुलिस पर भी हुआ हमला
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस को भी उग्र भीड़ का सामना करना पड़ा। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंगल ने बताया,
“हिंसा को देखते हुए तत्काल भारी पुलिस बल तैनात किया गया। अब तक 34 लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।”

मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में हुई हिंसा पर नाराजगी जताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने नागपुरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा।
“जो भी इस हिंसा में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी,” मुख्यमंत्री ने कहा।

शहर में कर्फ्यू, धारा 144 लागू
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने नागपुर के संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है, जिससे चार या अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पुलिस की अपील के बावजूद सोशल मीडिया पर कई भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को देने का अनुरोध किया है।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में
मंगलवार सुबह तक हालात काफी हद तक काबू में आ चुके हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हैं। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
नागरिकों से अपील की गई है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि से दूर रहें। प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर किसी को कोई समस्या होती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।