अंबिकापुर / संविलियन हेतु आंदोलन तेज करने रायपुर में शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा द्वारा शिक्षाकर्मियों की महापंचायत बुलाई गई हैं।
संभाग के शिक्षाकर्मी प्रांतीय सहसँचालक हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में रायपुर के बूढा तालाब में आयोजित महापंचायत में शिरकत करेंगे। हरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा संविलियन में हो रहे लेट लतीफी, कमेटी का चक्कर व संविलियन के प्रारूप का अध्ययन करने विभिन्न प्रदेश घूम कर बस टाइम पास किया जा रहा है। पुरे प्रदेश से शिक्षाकर्मी जुटकर आगे की रणनीति तय करेंगे। महापंचायत में ही आगे आंदोलन की रूपरेखा तय होगी।
सरगुजा जिला के मोर्चा संचालको कि ओर से मनोज वर्मा ने कहा कि संविलियन से कम कुछ भी बर्दाश्त नही। जिले से हजारों शिक्षाकर्मी रायपुर के महापंचायत में शामिल होंगे । मैनपाट से रमेश यागिक, सीतापुर से शुशील मिश्रा, बतौली से जवाहर खलखो, लुंड्रा से रणबीर सिंह, अम्बिकापुर से अमित सोनी व अजय मिश्रा, लखनपुर से राकेश पांडेय, उदयपुर से लखन राजवाड़े के नेतृत्व में शिक्षाकर्मी महापंचायत में शामिल होने निकल गए हैं।
मनोज वर्मा ने बताया कि जिले के शिक्षाकर्मियों में आगे की रणनीति को लेकर इतना उत्साह है कि कई शिक्षाकर्मी साथी दो दिन पहले ही रायपुर पहुच चुके हैं। मनोज वर्मा ने कहा कि शिक्षाकर्मी बड़ी ही उम्मीद के साथ पिछले 5 माह से कमेटी की रिपोर्ट और उस पर निर्णय के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ देख रहे हैं। लेकिन हमारे सुस्त प्रशासन के अधिकारी भारत भ्रमण कर रहे हैं। सरकार के इस सुस्त कार्यप्रणाली से सभी के मन में आक्रोश सोशल मीडिया के माध्यम से किसी से छिपा हुआ नहीं है। सरकार के ढुलमुल रवैये से आज हर शिक्षाकर्मी आक्रोशित है। इस लिए महापंचायत में पहुच कर उस आक्रोश को व्यक्त करने का उचित समय आ गया है। मनोज वर्मा ने जिले के शिक्षाकर्मियों से आह्वाहन किया है कि आइए हम सब मिलकर यह दिखा दें की इस गर्मी में इतना हौसला नहीं है शिक्षाकर्मियों के हौसले को तोड़ सके।
सभी शिक्षाकर्मी साथी 11 मई 2018 के दिन अपने सभी निजी कार्यों को त्याग कर, भीषण गर्मी पर विजय हासिल कर, रायपुर की महापंचायत में अवश्य शामिल हो। साथ ही जरुरी है कि गुमराह करने वालो जयचन्दों भी को रायपुर पहुंचकर प्रतिकूल जवाब दिया जाए।