इन दिनों देश में चुनाव का शोर है लेकिन सुरक्षा बल भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे है… जम्मू कश्मीर में बीते एक साल में 272 आतंकियों को सुरक्षा बलो ने मार गिराया है… इस साल ही 70 आतंकी मारे जा चुके है जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के लीडर भी शामिल है। सुरक्षा बलो ने सीमापार से चल रहे संदिग्ध व्यापारिक गतिविधियों के एक रैकेट का भंडाफोड भी किया है जो भारत में आतंकी फंडिग के काम में लगा हुआ था।
जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की जीरो टॉरलेंस पॉलिसी लागू है और हमारे जवान लगातार आतंकियों का सफाए कर रहे हैं। सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में बताया कि सुरक्षा बलों ने पिछले साल राज्य में 272 आतंकियो को मार गिराया जिसमें कई भाडे के विदेशी आतंकी शामिल हैं। वहीं इस साल भी 70 आतंकी मारे जा चुके हैं जिसमें 46 जैश ए मोहम्मद के हैं। साथ ही कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया है। घाटी में जैश नेतृत्व का सफाया हो गया है।
सेना का कहा है कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन पूरी क्षमता के साथ जारी रहेगा और आतंकवाद को बढ़ने नहीं दिया जाएगा। पुलवामा की घटना के बाद 41 आतंकियों को मार गिराया गया है। सुरक्षा बलों का कहना है कि राज्य में सुरक्षा हालात में सुधार हुआ है। आतंकी भर्ती अभियान के साथ ही पथराव की घटनाओं में भी कमी आयी है। सुरक्षा बलों का कहना है कि जमीन पर सकारात्मक बदलाव ये आया है कि स्थानीय आतंकियों की भर्ती कम हुई है। हालात सामान्य होने का एक सबूत ये है कि राज्य में लोकसभा के चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं।
इस प्रेस कांफ्रेस में सुरक्षा बलों ने लश्कर ए तैयबा के उस आतंकवादी को मीडिया के सामने पेश किया जो हाल ही में पकड़ा गया है। यह आतंकवादी घाटी में दहशत फैलाने के मकसद से पाकिस्तान से आया था। इस आतंकी को पाकिस्तान में भारत के खिलाफ दहशत फैलाने की ट्रेंनिग दी गई है। सुरक्षा बल इस आतंकी पुछताछ कर रहे है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीमा पार कर पाकिस्तान जाने में सफल रहने वाले कम से कम 10 आतंकवादियों ने आईएसआई की सक्रिय मदद से सीमा पार कारोबार स्थापित किए थे और वे नियंत्रण रेखा के पार से चलने वाले कारोबार में शामिल थे। इसके जरिए जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और अलगाववादियों को फंड मुहैया कराया जाता था। इस कारोबार को हाल में सरकार ने स्थगित कर दिया। सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर के ये निवासी या तो पाकिस्तान के इस्लामाबाद और रावलपिंडी में रह रहे हैं अथवा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में। ये लोग आईएसआई की ओर से जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए धन भेजने की मंशा से बादाम, छुहारा, सूखे मेवे से ले कर आम तक का व्यापार करते हैं।
सुरक्षा अधिकारियों ने इन 10 आतंकवादियों की विस्तृत जानकारी भी पेश की। इनके नाम है मेहराजुद्दीन भट्ट, नजीर अहमद भट, बशरत अहमद भट, शौकत अहमद भट, नूर अहमद, खुर्शीद, इम्तियाज अहमद, आमिर, एजाज रहमानी और शब्बीर इलाही।
भारत ने पिछले सप्ताह जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के दो बिन्दुओं पर एलओसी पार से व्यापार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया था। ऐसी रिपोर्टें मिली थी कि सीमा पार के तत्व इस स्थानों का इस्तेमाल हथियारों, मादक पदार्थों तथा नकली नोट की तस्करी के लिए कर रहे हैं।