00 एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर शराब बेचने के लिए प्रोत्साहित कर रहे अधिकारी
00 जिले के शराब माफियाओं के इशारे पर नाच रहा आबकारी विभाग
कोरिया / आबकारी विभाग द्वारा ठेका पद्धति के माध्यम से निर्धारित स्थानों पर शराब बेचने के लिए लाइसेंस जारी किए जाते हैं। उन लाइसेंस धारियों को उस निर्धारित क्षेत्र में अपने ठेके पर ही शराब बेचने का अधिकार होता है। लेकिन उन्हीं में से कई ठेकेदारों द्वारा अपने निर्धारित ठेके के साथ अपने आस-पास कई स्थानों और ग्रामीण क्षेत्रो में भी शराब की सप्लाई करने के साथ वहां अवैध ठेके भी खोल दिए जाते हैं। जो उन स्थानों में शराब की खुले आम बिक्री करते हैं।
हो रही है खानापूर्ति – आबकारी विभाग द्वारा भी शराब के ठेकों की जांच के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। अधिकारी अपने हिसाब से ही ठेकों का निरीक्षण कर इतिश्री की जा रही है। जबकि खुलेआम अधिक मूल्य में शराब बेची जा रही है।
अधिक मूल्य में बिक रही शराब – विभाग द्वारा प्रति शराब की बोतल का एक मूल्य निर्धारित किया गया है, लेकिन ठेकेदारों द्वारा मनमर्जी से पैसे लिए जा रहे हैं। जिस पर किसी भी प्रकार का अंकुश नहीं लग पा रहा है। शराब के ठेकेदारों द्वारा खुलेआम अत्यधिक राशि वसूली जा रही है, लेकिन विभाग इस ओर आंखें मूंदकर बैठा है।
आसानी से रात को मिलता शराब – शराब दुकानों का समय निर्धारित है पर जिले में कई ऐसे अवैध शराब ठेके है जिन्हे कोचिए रात के वक्त संचालित करते है।
