Monday, April 21, 2025
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अतिथि सत्कार के दो स्थानों से हुआ भुगतान, RTI से हुआ मामले का खुलासा

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कोरिया। छत्तीसगढ़ राज्य में अंधेर नगरी के नाम से प्रचलित कोरिया जहां नित नए भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जाता रहा है जिला प्रशासन के नाक के नीचे अतिथि सत्कार में लगे वाहनों और डीजल जैसे ईंधन के नाम पर आम जनता के पैसों को धुएं में उड़ाने का क्रम लगातार जारी है। NEWSPAGE13 को मिले दस्तावेज के अनुसार जब हमने मामले की झानबीन की तो जिला प्रशासन के अपर कलेक्टर, जिला नाजीर सहित रक्षित केन्द्र प्रभारी ने बारी-बारी मामले से कन्नी काटा। 

दरअसल अतिथि सत्कार का यह ताजा मामला उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार बीते वर्ष दिनांक 8अप्रैल २०16 से 9 अप्रैल २०16 तक के लिए अधिग्रहण वाहन क्रमांक सीजी१० ईक्यू 8201 का है। जिसके मालिक आदित्य खटिक महलपारा को न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी छग उच्च न्यायालय बिलासपुर के लिए कलेक्टर कार्यालय के सत्कार शाखा द्वारा वाहन अधिग्रहण किया गया था। इसी वाहन का अधिग्रहण रक्षित केन्द्र बैकुंठपुर द्वारा भी किया गया। जिसका भुगतान विभागीय मिलीभगत से दोनों कार्यालयों से किया गया। कलेक्टर कार्यालय से 3180 और पुलिस अधिक्षक कार्यालय से 3885 सहित 35 लीटर डीजल की राशि दी गई। कलेक्टर कार्यालय से जब कभी वाहन अधिग्रहित की जाती है तो तत्काल इसकी सूचना जिला पुलिस अधीक्षक, रक्षित निरीक्षक पुलिस लाईन को सूचनार्थ दी जाती है और इस मामले में भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ, उसके बाद भी दिन के उजाले में इस प्रकार के काले खेल खेले जा रहे है और यह कोई पहला मामला नहीं है RTI के जानकारी के अनुसार कलेक्टर महोदय के वाहन क्रमांक सीजी०२-9000 का लाग बुक हाथ लगा जिसमें दूरी दिखा कर किलोमीटर का खेल-खेला गया था और डीजल के पैसों से जेब गर्म किया जा रहा था। जिसमें वापिस आने का कोई जिक्र नहीं है सिर्फ कार्य किमी. की दूरिया ही दर्शा कर पैसे का भुगतान संबंधित पेट्रोल पम्प को कर दिया गया और जिनमें वापसी का जिक्र है वो निम्नानुसार है। लॉग बुक में दर्शाये गये किमी. की दूरियों का सही आकलन और जांच किया जाय तो दर्शाये गये सभी किमी गलत पाये जायेगे। दर्शाये गये किमी. की दूरिया लाग बुक में वाहन के चालन समय से पूर्व माईलोमीटर देखकर अंकित किया जाता है और दूसरी बार तब माईलोमीटर देखा जाता है जब वाहन को खड़ा किया जाता है, इन दोनों परिस्थितियों में किमी. गलत हो ही नहीं सकता क्योंकि माईलोमीटर से देखकर भरा जाने वाला लाग बुक में किमी. की दूरियों अंतर स्पष्ट नहीं कर सकती है।

उक्त रीडिंग कलेक्टर कोरिया के उपयोग में होने वाली वाहन क्रमांक सीजी02/9000 का लाग बुक है। जैसे ————
कलेक्टर बंगला से कार्यालय 25 किमी.
कलेक्टर बंगला से तहसील 13 किमी.
कलेक्टर बंगला से गेस्ट हाउस 23 किमी.
कलेक्टर बंगला से हाईस्कूल 19 किमी.
कलेक्टर बंगला से अस्पताल 44 किमी.
कलेक्टर बंगला से मानस भवन 20 किमी.
कलेक्टर बंगला से स्ट्राग रूम 31 किमी.

कलेक्टर बंगला से मनेन्द्रगढ़, लेदरी वापस 140 किमी.
कलेक्टर बंगला से कटगोड़ी वापस 50 किमी.
कलेक्टर बंगला से बरबसपुर वापस 55 किमी.

कलेक्टर बंगला से परेड मैदान वापस 45 किमी. दर्शाया गया है।

 

ज्योति प्रकाश कुजूर – अपर कलेक्टर कोरिया 

मामले में इनसे हमने जब पुझा की एक वाहन एक ही अतिथि सत्कार के लिए एक ही समय में दो स्थानों से कैसे लगी और भुगतान कैसे हुआ तो उन्होंने थोडा भी देर न करते हुए मामले की जाँच करने की बात कह डाली .

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