कोरिया / स्थानीय विधायक व छग शासन में श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री भईयालाल राजवाड़े हर समय लोगो की सहायता करने के लिए जाने जाते है। खासकर बीमार लोगो की तो वह त्वरित मदद करते है। कुछ इसी प्रकार रविवार की रात भटगांव से लौटते वक्त उनके मोबाइल पर जिला चिकित्सालय बैकुन्ठपुर से फोन कर अपनी गर्भवती बीबी का चिकित्सको द्वारा प्रसव न कराने की शिकायत की गयी। जिस पर मंत्री श्री राजवाड़े रात्रि लगभग 9 बजे जिला चिकित्सालय पहुंच गए। मंत्री के आने की खबर सुन सीएमएचओ एचएस पैकरा व सिविल सर्जन डां. एसके गुप्ता भी जिला चिकित्सालय पहुंच गए।
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वहां पहुंचने पर पता चला कि कलुआ निवासी गनेश्री को शुक्रवार का जिला चिकित्सालय में प्रसव हेतु भर्ती कराया गया था। परंतु गर्भवती का चेकअप करने के बाद महिला चिकित्सक कलावती पटेल अवकाश पर चली गयीं व एक अन्य महिला डां. बंसरिया भी अपने पथरी के इलाज की वजह से अवकाश पर चल रही है। गर्भवती का इलाज नयी जूनियर डॉक्टर अन्न्पूर्णा भदौरिया द्वारा किया जा रहा है। जिस पर डां. भदौरिया को तलब किया गया। डां. भदौरिया ने बताया कि संभवतः बच्चे की मौत पेट के अंदर हो चुकी है। जिस पर मंत्री श्री राजवाड़े को फोन पर फौरन ऑपरेशन कर महिला की जान बचाने को कहा। इसी बीच श्री राजवाड़े को पता चला कि मधौरा निवासी एक और गर्भवती सीरामती जिसका प्रसव कराया जाना है पर उसे बाहर रेफर कराने की बात कही जा रही है। जिस पर श्री भईयालाल राजवाड़े ने तत्काल चिकित्सको को फटकार लगाते हुए सर्जन डां. रामेश्वरर शर्मा व एनीस्थिसिया चिकित्सक को बुलाने को कहा। इस दौरान देर रात लगभग 12.30 बजे तक मंत्री जी स्वयं जिला चिकित्सालय में रहे व सभी वार्डो का उन्होने निरीक्षण भी किया। देर रात सर्जन व एनीस्थिसिया चिकित्सक पहुचें और दोने महिलाओ का ऑपरेशन किया गया। जिस महिला के बच्चे के पेट में ही मृत होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। उसने भी स्वस्थ्य रूप में जन्म लिया। इस प्रकार दोनो महिलाओ के सुरक्षित प्रसव पर दोनो के परिजनो ने मंत्री जी को धन्यवाद दिया।
CHMO को रोज अस्पताल आने का दिया निर्देश –
श्रम व खेल मंत्री भईयालाल राजवाड़े ने सीएमएसओ को फटकार लगाते हुए कहा कि आप रोज अस्पताल का निरीक्षण नही करते हो इस लिए यहां पर बदहाली है। हम लोगो की सेवा करने आए है। आप रोज अस्पताल का एक चक्क्र लगाइए और हर कमी को दूर किजीए। किसी प्रकार की दिक्कत होने पर मुझे बताइए।
PWD ई को लगायी फटकार – अस्पताल की ऊपरी मंजिल बनाने का कार्य काफी पहले स्वीकृत हो चुका है। लेकिन पीडब्लूडी विभाग द्वारा अभी तक काम आरंभ नही कराया जा सका है। जिससे मरीजो को बाहर बरामदे में बेड लगाकर उपचार किया जा रहा है। मंत्री श्री राजवाड़े ने पीडब्लूडी ई को फोन पर फटकार लगाकर अगले दिन ही कार्य कराने का निर्देश दिया।
इसके पहले भी देर रात बाइक पर जिला चिकित्सालय पहुंचे थे मंत्री –
मंत्री भईयलाल राजवाड़े देर रात भी स्वयं फोन उठाने के लिए चर्चित है। लगभग डेढ़ साल पहले भी एक गर्भवती का उपचार जिला चिकित्सालय न होने की खबर पर मंत्री भईयालाल राजवाड़े दो बजे रात में ही बाइक पर अपने पीएसओ के साथ जिला चिकित्सालय पहुंच कर चिकित्सको बुलाकर महिला का सुरक्षित प्रसव कराया था। उस दिन भी वह सुबह पांच बजे तक चिकित्सालय में रहे।