** खेल विभाग द्वारा आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता भी रद्द
** अविश्वसनीय है जिपं.सदस्य हेमलता पैकरा का निधन, अंतिम संस्कार कल
कोरिया / बैकुंठपुर – पूरा जिला स्तब्ध है, हर नागरिक और जनप्रतिनिधियों के मन में बस एक ही सवाल आखिर यह क्या हो गया, सचमुच यह एक अविश्वसनीय और हृदय विदारक घटना है कि कल तक सभी से बड़ी ही आत्मियता से मिलने वाली श्रीमती हेमलता पैकरा अब इस दुनिया में नही है।
आप को बता की रविवार दोपहर बाद जैसे ही मोबाईल पर सूचना मिली कि जिला पंचायत सदस्य हेमलता का निधन हो गया सहसा लोगो को यकीं ही नही हुआ कि ऐसा भी कुछ हो सकता है, जिला मुख्यालय से लेकर सभी क्षेत्रों में शोक की लहर, सभी बस आपस में यही चर्चा करनें में व्यस्त कि आखिर उन्होने ऐसा फैसला क्यों कर लिया। देखते ही देखते यह खबर समूचे अंचल में आग की तरह फैल गई और सभी को अफसोस हुआ कि एक शिक्षित, हंसमुख स्वभाव, मिलनसार और व्यवहारकुशल जनप्रतिनिधी ने कैसे इतना बड़ा कदम उठा लिया। अब सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ सिर्फ और सिर्फ उन्हे श्रद्वांजलि देनें का क्रम चल रहा है उनके करीबियों में भी भारी निराशा और दुख का माहौल व्याप्त है।
ऐसा बताया जा रहा है कि रविवार रात को उनका बैकुंठपुर आने का कार्यक्रम था लेकिन दोपहर में हुए उनके निधन ने सभी को स्तब्ध कर दिया। उनके कई सहपाठी आज प्रदेश के विभिन्न शासकीय पदों पर अपनी सेवाएं दे रहें है, जो कि उनके निधन की खबर पाकर अवाक हैं। लोगो को यकीं ही नही हो रहा है कि एक व्यहारकुशल महिला जनप्रतिनिधी का इस तरह दुखद निधन हो जायेगा। कुड़ेली क्षेत्र की जनता सहित उनके समाज से लेकर पार्टी संगठन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, उनके करीबी, जिला पंचायत की टीम सहित जिले भर के लोग उनके निधन से काफी दुखी हैं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। रविवार को देर होने के कारण उनका पोस्टमार्टम नही हो सका था, सोमवार सुबह पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद आवश्यक कार्यवाही उपरांत परिजन रायपुर से शव लेकर गृह ग्राम सत्तीपारा विखं बैकुंठपुर के लिए रवाना हुए। जहां आज मंगलवार को सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
श्रम मंत्री ने सभी कार्यक्रम किए स्थगित –
जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा नेत्री श्रीमती हेमलता पैकरा के निधन के कारण श्रम मंत्री भईयालाल राजवाड़े ने अपना आगामी 3 फरवरी तक का सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। उन्होनें श्रीमती हेमलता पैकरा के निधन को अपूर्णीय छति बताया है और कहा है कि यह उनके व्यक्तिगत और क्षेत्र के लिए भी बहुत बड़ा नुकसान है। क्षेत्रवासियों ने एक अच्छा नेता और जनप्रतिनिधि खो दिया, इसकी भरपाई कभी नही की जा सकती। वह एक पढी लिखी और व्यवहारकुशल महिला थी। जिनके निधन के कारण आज पूरे जिले में शोक की लहर है। उनके आकस्मिक निधन के कारण दुखी श्रम मंत्री भइयालाल राजवाड़े 29 जनवरी को रायपुर में आयोजित केबिनेट की बैठक में भी शामिल नही हुए साथ ही उन्होनें आगामी 3 फरवरी तक का पूरा कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया है। इसके अलावा खेल विभाग द्वारा 31 जनवरी और 1 फरवरी को रामानुज मिनी स्टेडियम में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता भी रद्द कर दी गई है।
जीवन परिचय –
6 मार्च 1982 को अंबिकापुर के समीप ग्राम रजपुरी निवासी महावीर सिंह के घर जन्मी हेमलता पैकरा की प्रारंभिक शिक्षा सीतापुर में हुई, जिसके बाद उनका दाखिला हॉलीक्रास अंबिकापुर में कराया गया, यहां उन्होने बीएचएससी(होम साइंस)तक की शिक्षा ग्रहण की, जिसके बाद गर्ल्स डिग्री कॉलेज रायपुर से उन्होने एमएचएससी किया। इस समय इनके पिता श्री महावीर सिंह बैकुंठपुर में ही विकासखंड शिक्षाधिकारी के पद पर पदस्थ थे और परियोजना कॉलोनी में निवासरत थे जिसके कारण बैकुंठपुर भी हेमलता पैकरा का आना-जाना लगातार हुआ करता था। रायपुर डाइट से उन्होनें बीएड किया और गुरूघासीदास विवि से पीजीडीसीए किया। अंग्रेजी लिखने और बोलने में भी वे काफी पारंगत थी। पढाई पूरी करते ही उनकी नौकरी शिक्षाकर्मी के रूप में लगी और इसी समय वर्ष 2005 में इनका विवाह सत्तीपारा विखं. बैकुंठपुर निवासी पूर्व जिला परिवहन अधिकारी जवाहरलाल पैकरा जी के पुत्र महेन्द्र प्रताप सिंह के साथ संपन्न हुआ। विवाह के बाद ही इन्होनें शिक्षाकर्मी की नौकरी ज्वाईन की लगभग 3 वर्ष तक श्रीमती हेमलता पैकरा ने शिक्षाकर्मी के रूप में कार्य किया। इनके मजबूत सामाजिक पकड़ और व्यहारकुशलता के कारण श्रममंत्री भईयालाल राजवाड़े के विशेष प्रयास के बाद वर्ष 2010 में कुड़ेली क्षेत्र से भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया गया, लेकिन परिणाम विपरीत रहा। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी में इन्हे संगठन की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2015 के पंचायत चुनाव के दौरान पुनः कुड़ेली क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया गया और काफी कड़े मुकाबले में कई विरोधियों को पटकनी देते हुए उन्होने चुनाव में जीत हासिल किया। भाजपा द्वारा इन्हे जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी भी बनाया गया लेकिन पर्याप्त संख्या न होने के कारण जीत नही मिल सकी। जिला पंचायत में इन्हे संचार एवं संकर्म समिति का सभापति बनाया गया साथ ही पार्टी संगठन द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। भाजपा जिला मंत्री के रूप में भी कार्य करने का मौका दिया गया। श्रीमती हेमलता पैकरा को नवीन कन्या महाविद्यालय बैकुंठपुर के जनभागीदारी समिति का अध्यक्ष भी पिछले वर्ष ही बनाया गया था। क्षेत्र में हर कहीं उनकी सक्रियता देखने को मिलती थी, वर्तमान में इनकी एक 10 वर्षीय पुत्री और 7 वर्षीय पुत्र हैं जो कि रायपुर में ही अध्ययनरत हैं। जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के साथ ही ससुर श्री जवाहरलाल पैकरा की तबियत खराब होने के कारण ज्यादातर उनका रहना फिलहाल रायपुर में होता था, लेकिन जब भी समय मिलता वे क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अवश्य शामिल होती थी। अपने क्षेत्र के विकास के लिए काफी कुछ कर गुजरने की इच्छा उनके भीतर देखने को मिलती थी, लेकिन ससुर के स्वास्थगत कारणों से इस ओर वह ध्यान नही दे पाईं और अंततःउनके ससुर का निधन भी नवंबर में हो गया। पिछले 13 जनवरी को ही वे जिला पंचायत की टीम के साथ 10 दिवसीय केरल के दौरे पर गईं थीं और वहां से वापिस आने के बाद वर्तमान में रायपुर में ही थी।