कोरिया / छत्तीसगढ़ चुनाव अभियान समिति के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.चरणदास महंत इन दिनों कोरिया जिले में अपनी राजनैतिक हसदेव जनयात्रा निकाल रहे हैं, भरतपुर विधानसभा के ग्राम मेंड्रा स्थित हसदेव नदी के उदगम स्थल से महाशिवरात्रि के दिन से प्रारंभ यह यात्रा विभिन्न स्थलों का दौरा कर रही है। जिसका नेतृत्व स्वयं चरणदास महंत कर रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से वे हॉट बाजारों में पहुचकर सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता के सामने रख रहे हैं।
इसी बीच जिला मुख्यालय में बंट रहे एक गुमनाम पर्चे ने कांग्रेसी खेमे में हड़कंप मचा दिया है, हालांकि अभी तक यह पर्चा बहुत ज्यादा लोगो तक तो नही पहुँच पाया है। लेकिन जिसके पास भी यह पर्चा पहुँच चुका है। उसे लेकर आपसी चर्चा का दौर शुरू हो गया है। डॉ.चरणदास महंत कोरिया जिले को अपना राजनैतिक गढ़ मानते हैं लेकिन इस पर्चे ने सोचने पर मजबूर कर दिया है।

Newspage13.com को मिले पर्चे में साफ – साफ कोरिया में कांग्रेस की वर्तमान स्थिति के लिए महंत को जिम्मेदार ठहराया गया है। राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी के नाम जारी पर्चे में प्रदेश में सरकार न आने का कारण भी बताया गया है और कहा गया है कि कोरिया जिले से चरणदास महंत को न हटाने के कारण ही पिछले चुनाव में पार्टी की हार हुई है और इस बार भी नही हटाया गया तो पुनः हार तय है। पत्र में लिखा गया है कि चरणदास महंत को कोरिया जिले की जनता नकार चुकी है। उन्हें नेता और कार्यकर्ता भी नकार चुके हैं वे बाहरी हैं तथा मंत्री रहते हुए झूठी घोषणा कराकर जनता को नाराज कर दिए जिससे मोहभंग हुआ है। पर्चे में इस बार के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराने के लिए भी मूल मंत्र दिया गया है और पूर्व वित्तमंत्री डॉ.रामचंद्र सिंहदेव को जिले की बागडोर सौपने की बात कही गई है। पर्चे में मजेदार बात यह है कि इसमे लिखा गया है जो भी यह पत्र पढ़े उसे 100 पन्ने जरूर छपाए और यह जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तक पहुचाने में मदद करे। इस पर्चे को सोशल मीडिया और वाट्सअप में भी वायरल करने की अपील पर्चे में की गई है।
बहरहाल यह गुमनाम पर्चा कांग्रेसी दिग्गजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। अपने नेता के खिलाफ बंटे इस पर्चे पर कुछ भी बोलने से कांग्रेसी बचते नजर आ रहे हैं, वही भाजपा के नेता इस पत्र को कांग्रेसी फुट का स्पष्ठ उदाहरण बता रहे हैं भाजपाइयों का कहना है कि इधर डॉ.महंत प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं तो उधर कांग्रेसी ही गुमनाम पर्चे बांटकर आपसी यथा स्थिति को दिखा रहे हैं।जिनके घर मे ही फूट है उन्हें प्रदेश की बागडोर जनता कभी नही सौपेगी।
