** यूनिफाइड कमांड के प्रमुख 15 बरसों से की गई बड़ी – बड़ी गलतियों की नैतिक जिम्मेदारी करें स्वीकार
रायपुर / भेज्जी में माओवादियों से मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के दो जवानों के मारे जाने और 6 जवानों के घायल होने की घटना पर दुख व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सुनिश्चित सूचनाओं का भी सही इस्तेमाल कर पाने में सरकार की विफलता का खामियाजा बहादुर जवान शहादत या घायल होकर चुका रहे है। समय आ गया है कि कम से कम अब इस घटना के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह यूनिफाइड कमांड के प्रमुख के रूप में छत्तीसगढ़ के माओवादी मोर्चे पर 15 बरसों से की गई बड़ी बड़ी गलतियों की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करें।
विगत वर्ष पूरे देश में सुरक्षा बलों के 1936 जवानों की शहादत हुई है जिनमें से 964 छत्तीसगढ़ में हैं। छत्तीसगढ़ में इतने बड़े पैमाने पर शहादत के कारणों पर चिंतन और विश्लेषण के बजाय गलत नीतियों और रणनीति पर अमल हो रहा है। यह आंकड़े छत्तीसगढ़ में माओवाद से लड़ने के नाम पर बहादुर जवानों के बलिदान की कहानी कहते हैं।