रिपोर्ट – विजय शर्मा
कोण्डागांव / धूर नक्सली क्षेत्र मर्दापाल आश्रम में रह कर अध्ययन कर रही कन्या आश्रम की 8 वीं कक्षा की आदिवासी छात्रा सुलोचना और 9 वीं कक्षा की सुकमती बिहड क्षेत्र में रहकर भी अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवा रही है राष्ट्रीय खेल संस्था सांई राजनांदगांव ने इन छात्राओं के खेल को देखकर राष्ट्रीय खेल संस्था में रखकर प्रशिक्षण देने के लिए चयन कर लिया है। नक्सल ईलाके में रहकर पढाई के साथ साथ इन छात्राओं ने खेल पर भी अपना परचन लहरा दिया है।
ये मिलेगी सुविधाऐं –
मर्दापाल आदिवासी कन्या आश्रम की इन दोनो छात्राओं का पुरा खर्च अब साई संस्था राजनादगांव उठायेगी हाकी प्रशिक्षण से लेकर उनकी पढाई तक रहने खाने सभी खर्च संस्था की ओर से होगी। यही नही खेल के साथ साथ बेहतर शिक्षा भी इन छात्राओ को मिलेगा, जो कोण्डागांव जिले के लिए बडी उपल्बधी है।
कैसे हुआ संभव –
जिले के अन्दरूनी ईलाकें में बैठी आईटीबीपी ने नक्सल मुवेम्ट पर नजर रखते हुये इन क्षेत्रों के बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभाओं को भी निकाला है। मर्दापाल ,हडेली,पदेली ,पोहमार ,आदनार,मुगंवाल,पोलगं जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के आदिवासी छात्र छात्राओं को उनकी रूची अनुसार उन्हे हाकी, तीरंदाजी जैसे खेलो का प्रशिक्षण दे रहे है। इसके परिणाम भी अच्छे आने लगे है। 15 फरवरी से क्षेत्र की 9 छात्राओं को प्रशिक्षण के लिए राजनांदगांव ले जाया गया था जंहा पर प्रथम चरण के प्रशिक्षण देने पर ही 2 छात्राओ का चयन कर उन्हे राष्ट्रीय लेबल के लिए तैयार करने का निर्णय लिया गया।
सुरेन्द्र खत्री कंमाडेंट आईटीबीपी –
इन दो आदिवासी छात्राओं ने हमारे दो वर्ष की मेहनत को सफल बना दिया है। सुदर अंचल की इन छात्राओं को अब राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिया जायेगा सभी सुविधायें शाषन की ओर से मिलेगी। राष्ट्र लेबल के खेलों में ये छात्राये अपना पंरचम लहराये देश का नाम हो, यही हमारी गुरू दक्षिणा होगी। हमे उम्मीद है की ये देश के लिए खेलकर अच्छे परिणाम देगीं।
निलंकठ टेकाम कलेक्टर कोण्डागांव-
अन्दरूनी क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नही है इन छात्राओं ने अपना स्थान बनाया है ये कोण्डागांव जिले के लिए गर्व की बात है हम उन छात्र छात्राओं के साथ आईटीबीपी के उन जवानों को भी बधाई देते है जो अंदरूनी ईलाकें में अपनी सेवा के साथ इन प्रतिभावान छात्र छात्राओं को उनको उनके मुकाम तक पहुचा रही है।
