सूरजपुर / सूरजपुर ग्राम मोहनपुर के आश्रित ग्राम हरिपुर में सोमवार की देर रात दल से बिछड़कर एक हाथी खेत में स्थित डबरीनुमा कुएं में गिर गया। हाथी को निकलने का कोई उपाय नहीं सुझ रहा था। सुबह जब वहां के ग्रामीण गुजर रहे थे तभी हाथी के चिंघाड़ने की आवाज आई और ग्रामीण पहुंचे तो उन्होंने हाथी को निकलने में मदद की। फावड़ा लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने कुएं के एक किनारे को समतल कर दिया।
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इस दौरान हाथी काफी प्रयास के बाद बाहर निकलने में कामयाब हो गया। डबरी से निकलकर हाथी जंगल की ओर चला गया। इधर वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों के इस प्रयास की सराहना की तथा हाथी के बाहर निकलने में मदद करने वाले 2 लोगों को 1 हजार रुपए देकर पुरस्कृत किया।
आपको बता दे कि मोहनपुर जंगल में 57 हाथियों का दल काफी दिनों से डटा हुआ है। सोमवार की रात करीब 10 बजे हाथियों का दल जंगल से निकलकर गांव की ओर बढ़ रहा था। खेतों के रास्ते जाने के दौरान एक हाथी ग्राम हरिपुर स्थित एक किसान के डबरीनुमा कुएं में गिर गया। इसमें पानी भी भरा हुआ था। इससे हाथी पानी में ही फंसा रहा। उसने रात में निकलने के काफी प्रयास किए, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सका।
इधर हाथियों का दल आगे की ओर बढ़ गया। हाथी इस दौरान चिंघाड़ता रहा। हाथी की चिंघाड़ सुन गांव के ही जयराम व बहादुर सहित दर्जनभर ग्रामीण वहां पहुंच गए। जयराम व बहादुर ने फावड़ा से डबरीनुमा कुएं के एक हिस्से को खोदकर समतल कर दिया। इसके बाद हाथी वहां से निकलने का प्रयास करता रहा। कई बार प्रयास करने के बाद भी वह कुएं में गिर रहा था। अंतत: ग्रामीणों के पहुंचने के करीब 2 घंटे बाद वह बाहर निकलने में कामयाब रहा। कुएं से निकलते ही वह जंगल की ओर चला गया।
ग्रामीणों को किया गया पुरस्कृत – हाथी को सुरक्षित कुएं से बाहर निकलने में मदद करने वाले ग्रामीण जयराम व बहादुर के काम की सीसीएफ व रेंजर ने सराहना की। सीसीएफ के कहने पर दोनों ग्रामीणों को 1 हजार रुपए नकद से पुरस्कृत किया गया। वहीं ग्रामीणों को समझाइश दी गई कि वे हाथियों को न छेड़ें तथा हो-हल्ला न करें। ऐसे में हाथी आक्रामक हो सकते हैं।
